दिसंबर 2020 तक देश की एक तिहाई आबादी हो चुकी है कोरोना संक्रमित: सीरो रिपोर्ट
नई दिल्ली, मई 23: हाल ही किए गए एक सीरो सर्वे में ग्रामीण भारत में कोरोना संक्रमित हुए लोगों का एक चौंकाने वाला डेटा सामने आया है। सेरो पोजिटिव टेस्ट में दिसंबर 2020 तक 31 फीसदी लोगों में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी मिले हैं। यह सीरो सर्वे 12 शहरों में किया गया है। जिसमें आंध्र प्रदेश का विशाखापत्तनम भी शामिल हैं। सीरोलॉजी डेटा की माने तो अब तक एक तिहाई शहरी निवासी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
विशेषज्ञों ने यह भी दावा किया कि महामारी की दूसरी लहर में सेरो पोजिटिविटी 31% से अधिक होगी, जो कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या से छह गुना अधिक है। ऑडिट रिपोर्ट को निजी प्रयोगशालाओं की एक श्रृंखला द्वारा लिए गए 4.4 लाख नमूनों से लिया गया था। ऑडिट के अनुसार, विशाखापत्तनम में परीक्षण किए गए 33.8% लोगों में एंटीबॉडी मिले। शोधकर्ताओं ने कहा हमने भारत के चुनिंदा प्रमुख शहरों के आधे से अधिक वयस्कों में उच्च सेरो पोजिटिविटी दर पाई।
पूरे देश में, 2,200 से अधिक कलेक्शन प्वाइंट पर किए गए कोरोना टेस्ट में 31 फीसदी लोगों में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी मिले। शोधकर्ताओं को सभी आयु समूहों में पुरुषों (30%) की तुलना में महिलाओं (35%) में अधिक सेरोपोसिटिविटी मिली। वहीं बच्चों में हुए खसरे के टीकाकरण वाले क्षेत्रों में सेरोपोजिटिविटी कम देखने को मिली। पुणे में सबसे अधिक 69% सेरोपोजिटिविटी थी। इन 12 शहरों में भारत में कुल कोरोना मामलों का 1/3 हिस्सा है।
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अगर हम दूसरी लहर को बड़े पैमाने पर जोड़ दें, तो अब तक वायरस के संपर्क में आने वालों का प्रतिशत 31% से काफी अधिक होगा। 2021 में देखी गई उच्च माध्यमिक हमले की दर इसे और भी अधिक बढ़ा देगी। वहीं राजधानी दिल्ली में हुए सीरो सर्वे में 60% से अधिक बच्चे कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। दरअसल तीसरे सिरो सर्वे के बाद राजधानी में वयस्क जनसंख्या से ज्यादा अधिक प्रतिशत में बच्चों के अंदर एंटीबॉडी पाई गई है।