सुप्रीम कोर्ट से INX मीडिया मामले में कार्ति चिदंबरम को राहत, विदेश जाने की मिली अनुमति
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने INX मीडिया मामले की सुनवाई करते हुए कार्ति को राहत दी। कोर्ट ने कार्ति को विदेश जाने की भी इजाजत दे दी है। इसके साथ ही कहा कि कार्ति के केभी भी विदेश जाने की याचिका पर मद्रास हाईकोर्ट सुनवाई करेगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को वापस मद्रास हाईकोर्ट भेज दिया है। CBI ने कार्ति को विदेश जाने की अनुमति ना देने का आग्रह किया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि मद्रास हाईकोर्ट को दो माह के भीतर लुक आउट सर्कुलर की वैधता पर विचार करना है। गौरतलब है कि पूर्वकेंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बेटे 18 जनवरी (गुरुवार) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए थे। आईएनएक्स मीडिया मामले में कार्ति प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए थे। बीते साल ईडी ने कार्ती और अन्य के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया था। जिसमें कार्ति के खिलाफ जांच चल रही है। इसी में ईडी ने उन्हें समन जारी किया था।
13 जनवरी को ईडी ने मारे थे छापे
13 जनवरी को ईडी ने उनके कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापे मारे थे। छापेमारी कार्ति चिदंबरम के चेन्नई और दिल्ली के ठिकानों पर की गई थी। इससे पहले 11 जमवरी को ईडी ने कार्ति चिदंबरम को समन जारी किया था। ईडी ने कार्ति को समन जारी करके उन्हें 16 जनवरी को पेश होने को कहा था, इससे पहले कार्ति ने ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें फिर से मनी लॉड्रिंग मामले में समन भेजा था।
ये सबकुछ राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया जा रहा है
कार्ति चिदंबरम इस पूरे मामले को लेकर कह रहे हैं कि सीबीआई और दूसरी जांच एजेंसियां केंद्र सरकार के अधिकार में है, जो समय समय पर गलत प्रेस रीलीज जारी करते हैं और इसका राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। कार्ति ने कोर्ट में दी अपनी याचिका में भी कहा है कि ये सबकुछ राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया जा रहा है और इसके जरिए ना सिर्फ उन्हें बल्कि उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। कार्ति के वकील का कहना है कि उनके मुवक्किल को उस आधार पर समन भेजा गया है, जिसमें उन्हें पहले ही बरी किया जा चुका है।
ईडी ने नोटिस जारी किया
कार्ति के पिता पी चिदबंरम देश के वित्त मंत्री थे तब फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) ने आईएनएक्स मीडिया के फंड को मंजूरी दी थी। इसमें कार्ति के साथ इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी का नाम भी शामिल था। कार्ति चिदंबरम पर इस मामले में संलिप्त होने का आरोप है। वहीं, उन पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में भी ईडी ने नोटिस जारी किया है। आरोप था कि वह वासन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से कथित तौर पर जुड़े हुए हैं।