जम्मू-कश्मीर के नए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, लोगों का विश्वास जीतना बड़ी चुनौती
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को सात राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की। इनमें सबसे अहम जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी बिहार के मौजूदा गवर्नर सत्यपाल मलिक को दी गई है। 5 दशक में ये पहला मौका है जब जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की जिम्मेदारी किसी राजनेता को दी गई है। बतौर राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सामने अब बड़ी चुनौती है।
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'जम्मू-कश्मीर के लोगों का विश्वास जीतना है'
सत्यपाल मलिक ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती जम्मू-कश्मीर के लोगों का विश्वास जीतना है। बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ वीपी सिंह सरकार में काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा, 'मुफ्ती मोहम्मद अच्छे इंसान थे, मैनें उनके साथ काम किया है।'
दशकों बाद किसी राजनेता को दी गई कमान
जब उनसे पूछा गया कि सरकार का क्या रवैया है जम्मू-कश्मीर के प्रति, जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार का स्पष्ट मत है कि राज्य में लोगों की चुनी हुई सरकार होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हमेशा ही इस राज्य को लेकर गंभीर रहे हैं। वहां के विकास को लेकर वो गंभीर रहते हैं। सत्यपाल मलिक ने कहा कि पीएम मोदी ने घाटी के लोगों की हमेशा मदद की है। वो घाटी में बाढ़ के वक्त भी वहां के लोगों के साथ खड़े रहे। वो हर स्थिति में कश्मीर के लोगों के साथ खड़े रहते हैं।
जम्मू-कश्मीर में है राज्यपाल शासन
उन्होंने कहा कि लोगों के भरोसे पर खरा उतरना है और वहां जाने के बाद हालात के बारे में जानकारी लेंगे। मलिक को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल नियुक्त किए जाने को बड़ा कदम माना जा रहा है क्योंकि इसके पहले के राज्यपाल या तो ब्यूरोक्रैट रहे हैं या फिर सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी। इस लिहाज से उनका जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल नियुक्त जाना काफी अहम माना जा रहा है।
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