BBC Film Row: केरल में कांग्रेस और सीपीएम ने की बीबीसी डॉक्यूमेंट्री स्पेशल स्क्रीनिंग, भाजपा उतरी सड़क पर
बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर लगातार विरोध हो रहा है। भारत सरकार ने इसपर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन केरल में इस डॉक्यूमेंट्री की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई, जिसके विरोध में भाजपा सड़क पर उतर आई है।
BBC Film Row: बीबीसी डॉक्युमेंट्री इंडिया- द मोदी क्वेश्चन पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। इस डॉक्यूमेंट्री पर यूट्यूब पर रोक लगा दी गई है। लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस की युवा ईकाई ने इसका विरोध किया है। केरल में कई जगह पर कांग्रेस और सीपीआई की यूथ विंग ने डॉक्यूमेंट्री की स्पेशल स्क्रीनिंग की। तिरुवनंतपुरम के पूजाप्पुरा में इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया और जहां पर इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखी गई थी वहां पर तोड़फोड़ की। पुलिस के साथ भी भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प देखने को मिली। कई भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी चोट आई है।
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सीपीआई के छात्र संगठन एसएफआई ने डॉक्यूमेंट्री को पलक्कड़, कोझिकोड, कालपेट्टा के कैंपस, विश्वविद्यालयों दिखाया, जबकि भाजपा युवा मोर्चा ने इस स्क्रीनिंग का विरोध किया है। जिस तरह से यूथ ईकाई ने डॉक्युमेंट्री की स्पेशल स्क्रीनिंग का ऐलान किया था उसके बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्र ने मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन से अपील की थी कि वह इसमे हस्तक्षेप करें और स्क्रीनिंग को रोकें। लेकिन प्रदेश कांग्रेस और सीपीआईएम ने स्क्रीनिंग का समर्थन किया है।
सीपीआईएम के प्रदेश सचिव एमवी गोविंदन ने कहा कि डॉक्युमेंट्री पर प्रतिबंध गैर लोकतांत्रिक है। लोकतांत्रिक समाज में विचारों को रोकना नहीं चाहिए। अगर विचारों पर रोक लगती है तो एक ही तरह की लोगों की सोच होगी। डॉक्युमेंट्री पर रोक लगाने के खिलाफ बड़े स्तर पर विरोध होना चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि डॉक्युमेंट्री पर प्रतिबंध लगाकर अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला किया गया है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता वी मुरलीधरन ने कहा कि केरल में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं देनी चाहिए। यह देश विरोधी कदम है और मुख्यमंत्री को इस स्क्रीनिंग को रोकने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए। इससे पहले मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल ने कहा था कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को नहीं दिखाना चाहिए, यह देश की संप्रभुता को चुनौती है। अनिल एंटनी ने कहा कि भाजपा से मतभेद होने के बाद भी मुझे लगता है कि बीबीसी को ब्रिटिश सरकार का समर्थन है, जोकि भारत के खिलाफ पूर्वाग्रह से ग्रसित है।