RLSP ने बढ़ाई BJP की मुश्किलें, जदयू से अधिक सीटें और बिहार में एनडीए नेता का पद मांगा
पटना: बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चला रहा विवाद अभी शांत होता दिखाई नहीं दे रहा है। सोमवार को जदयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला इस महीने आने की उम्मीद है। लेकिन इसके एक दिन बाद ही एनडीए के एक और सहयोगी की मांग ने बीजेपी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। मंगलवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएलपी) ने कहा कि उन्हें जदयू से अधिक सीटें चाहिए क्योंकि उनका जनाधार पिछले 4 सालों में बढ़ा है।
अधिक सीटों के साथ एनडीए लीडर का कद भी चाहिए
आरएलएलपी ने कहा कि पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को बिहार में नीतीश कुमार की जगह एनडीए का नेता होना चाहिए। आरएलएलपी ने 2014 लोकसभा चुनाव में 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था और तीनों पर ही जीत हासिल की थी। आरएलएलपी के उपाध्यक्ष और पार्टी के प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ने कहा, 'सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी और जदयू में काफी बातचीत हो रही है और बाकी सहयोगियों के साथ भी थोड़ी सी बातचीत हुई है। हम जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि 4 सालों में हमारा जनाधार बढ़ा है। हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा बिहार का भविष्य हैं। अब समय आ गया है कि उनको बिहार में एनडीए का नेता बनाया जाए।'
नीतीश कुमार की जगह एनडीए का नेता बदलने की मांग
जितेंद्र नाथ ने ये भी कहा कि हालांकि पिछले चुनाव में पार्टी ने 3 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था लेकिन उनकी पार्टी अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की हकदार है, क्योंकि जदयू ने केवल 2 सीटों पर ही जीत हासिल की थी। आरएलएलपी उपाध्यक्ष ने कहा, ' हालांकि ये सच है कि नीतीश कुमार पिछले 12 सालों से सबसे बड़े गैर-यादव ओबीसी नेता रहे हैं लेकिन उपेंद्र कुशवाहा एक बड़ी आबादी वाले कुर्मी वर्ग से आते हैं जिसका लगभग 20 फीसदी वोट बैंक है। नीतीश कुमार की जगह एनडीए का नेता बदलने का वक्त आ गया है।
राजद और आरएलएलपी संपर्क में- सूत्र
जितेंद्र नाथ ने कहा कि ये मांग करके वो बीजेपी पर दबाव नहीं बना रहे हैं बल्कि अपनी स्थिति बता हैं जोकि पिछले 4 सालों में मजबूत हुई है। वहीं, राजद भी आरएलएलपी के संपर्क में है और सूत्रों के अनुसार, हाल ही में आरएलएलपी और राजद नेताओं की मुलाकात भी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, आरएलएलपी को 6-7 सीटें चाहिए। राजद ने इसके पहले भी कुशवाहा को एनडीए का साथ छोड़ राजद के साथ आने का ऑफर दिया था।