अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बोले भागवत, बहुत हुआ इंतजार
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नई दिल्ली। चुनाव के करीब आने के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर लगातार सियासत तेज होती जा रही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है। भागवत ने कहा किराम मंदिर करोड़ों हिंदुओं की भावना से जुड़ा मुद्दा है। सूत्रों की मानें तो भागवत ने यह बयान देशभर के चुनिंदा प्रचारकों की बैठक के दौरान वाराणसी में दिया है। वाराणसी में चल रहे प्रचारक वर्ग शिविर के छठवें और आखिरी दिन राम मंदिर का मुद्दा जोरोंशोरों से उठाया गया।
कोर्ट
और
सरकार
ले
फैसला
भागवत
ने
कहा
कि
हिंदू
समाज
अयोध्या
में
भव्य
राम
मंदिर
की
बाट
जोह
रहा
है,
पुरातत्विक
साक्ष्य
भी
सामने
आ
गए
हैं।
लिहाजा
कोर्ट
और
सरकार
को
मिलकर
करोड़ों
हिंदुओं
की
भावना
का
खयाल
करते
हुए
फैसला
लेना
चाहिए।
उन्होंने
कहा
इंतजार
बहुत
हुआ।
भागवत
ने
कहा
कि
राम
मंदिर
का
राजनीति
से
कोई
लेनादेना
नहीं
है,
यह
हमारी
नैतिक
जिम्मेदारी
है
कि
देश
के
अधिसंख्य
लोगों
की
भावना
का
सम्मान
किया
जाए।
देश
ही
नहीं
बल्कि
दुनियाभर
में
लोग
यह
चाहते
हैं।
रामदेव
ने
भी
की
वकालत
आपको
बता
दें
कि
इससे
पहले
बाबा
रामदेव
और
श्री
श्री
रविशंकर
सहित
तमाम
लोगों
ने
राम
मंदिर
निर्माण
को
लेकर
बयान
दिया
है।
बाबा
रामदेव
ने
कहा
था
कि
राम
मंदिर
के
मुद्दे
पर
केंद्र
सरकार
को
अध्यादेश
लाना
होगा
या
संसद
में
कानून
बनाना
होगा।
रामदेव
ने
कहा
कि
सुप्रीम
कोर्ट
अयोध्या
मामले
में
देरी
कर
रहा
है।
जनता
का
व्यवस्था
से
विश्वास
उठ
रहा
है।
राम
मंदिर
को
लेकर
लोगों
में
काफी
गुस्सा
है।
राम
मंदिर
नहीं
बना
तो
देश
में
साम्प्रदयिक
माहौल
गर्माएगा
और
उससे
सामाजिक
वैमनस्य
पैदा
होगा।
बाबा
ने
कहा
कि
इससे
से
देश
को
नुकसान
होने
की
आशंका
है।
मोदी
से
बड़ा
रामभक्त
और
राष्ट्रभक्त
कौन
रामदेव
ने
कहा
कि
मोदी
से
बड़ा
रामभक्त-राष्ट्रभक्त
कौन
है,
इसलिए
मंदिर
निर्माण
का
काम
संसद
से
होना
चाहिए।
उन्होंने
कहा
कि
पूरे
देश
के
धर्म,
ज्ञान-संस्कृति
और
सभ्यता
का
केंद्र
है
काशी।
हमारे
पूरे
अनुष्ठान
में
ये
संस्कृति
दिखनी
चाहिए।
विश्व
हिंदू
परिषद
समेत
जो
भी
संगठन
मंदिर
निर्माण
के
लिए
25
नवंबर
को
आंदोलन
कर
रहे
हैं,
वह
ठीक
है।
इस
मुद्दे
पर
सभी
को
एकजुट
होकर
दबाव
बनाने
की
जरूरत
है।
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