राजस्थान के सियासी घमासान में आज का दिन अहम, 19 विधायकों की अयोग्यता पर कोर्ट का फैसला सुबह 10.30 बजे
नई दिल्ली। राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच आज का दिन काफी अहम है। आज प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके खेमे के समर्थित बागी विधायकों को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट अहम फैसला सुनाएगा। कोर्ट आज सुबह 10.30 बजे इस पूरे प्रकरण पर अपना फैसला सुनाएगा। दरअसल राजस्थान विधानसभा स्पीकर ने सचिन पायलट और उनके समर्थक बागी विधायकों को अयोग्य करार देने के लिए एक नोटिस भेजा था, जिसके खिलाफ सचिन पायलट के खेमे ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। याचिका पर सुनवाई पूरी हो चुकी है, जिसके बाद आज कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।
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सुप्रीम कोर्ट ने नहीं दी थी फौरी राहत
इससे पहले गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाई कोर्ट को अपना फैसला सुनाने की इजाजत दे दी थी। राजस्थान हाई कोर्ट ने सचिन 19 विधायकों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई पर 24 जुलाई तक के लिए रोक लगा दी थी, जिसके खिलाफ राजस्थान विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने फौरी राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, लेकिन उन्हें यहां से कोई राहत नहीं मिली थी। जस्टिस अरुण मिश्रा, बीआर गवई, कृष्ण मुरारी ने कहा कि सीपी जोशी की याचिका में अहम सवाल हैं, लिहाजा इसकी लंबी सुनवाई की जरूरत है, इसपर अगली सुनवाई सोमवार को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम हाई कोर्ट को उसका फैसला सुनाने से नहीं रोक रहे हैं, लेकिन याचिकाकर्ता की सुनवाई के बाद इस फैसले पर असर पड़ सकता है।
कपिल सिब्बल ने रखी थी दलीलें
सीपी जोशी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल पेश हुए। उन्होंने विधायकों को निलंबित करने के लिए कई दलीलें दीं। उन्होंने कहा कि विधायक पार्टी की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं और प्रदेश में अपनी ही सरकार को अस्थिर करने की साजिश कर रहे हैं। सीपी जोशी ने कोर्ट को यह समझाने की कोशिश की कि यह मामला प्रदेश की कोर्ट के कार्यक्षेत्र का नहीं है, कोर्ट स्पीकर को विधायकों को अयोग्य करार देने से नहीं रोक सकता है, लेकिन कोर्ट ने 24 जुलाई तक इसपर रोक लगा दी है।
आमने-सामने पायलट-गहलोत
सचिन पायलट की टीम ने विधायकों को अयोग्य करार देने की नोटिस को चुनौती दी थी। इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई पूरी हो चुकी है, जिसपर आज फैसला सुनाया जाना है। जिस तरह से स्पीकर ने अचानक से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, उससे साफ है कि कांग्रेस के खेमे में चिंता है और उसे इस बात का डर है कि बागी विधायक अगर जीतते हैं तो प्रदेश की सरकार खतरे में आ जाएगी। बता दें कि राजस्थान में विधानसभी की कुल 200 सीटें हैं, लिहाजा अशोक गहलोत को सरकार बचाने के लिए कम से कम 101 विधायकों का समर्थन जरूरी है। अगर बागी विधायकों को आज कोर्ट में जीत मिलती है तो ये गहलोत सरकार के खिलाफ वोट कर सकते हैं और सरकार पर संकट आ सकता है।