CAA-NRC पर बवाल के बीच राजस्थान के CM अशोक गहलोत का बड़ा बयान
नई दिल्ली- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने राज्य में इन दोनों को हरगिज लागू नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि ऐसी खबरें भी हैं, जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकारें संवैधानिक तौर पर इन प्रावधानों को लागू करने से रोक नहीं सकतीं, लेकिन जिन-जिन राज्यों में विपक्ष की सरकारें हैं, वहां से ऐसी खबरें लगातार आ रही हैं कि वह अपने यहां इन्हें लागू ही नहीं होने देंगे। एनआरसी के सिलसिले में तो बिहार और ओडिशा की सरकारों ने भी कहा है कि वह अपने राज्यों में इसपर काम नहीं शुरू करेंगे।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आयोजित एक रैली में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने इस कानून के खिलाफ अपना इरादा कुछ इस कदर जारी किया- 'मैंने खुले दिल से कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्ट्र ऑफ सिटीजन्स राजस्थान में नहीं लागू होने जा रहा है।'
Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot in Jaipur: I have said it with an open heart, Citizenship Amendment Act (CAA) & National Register of Citizens (NRC) are not going to be implemented in Rajasthan. pic.twitter.com/BMrCav5Gf5
— ANI (@ANI) December 22, 2019
गौरतलब है कि कांग्रेस, मुस्लिम समुदाय के लोगों और सिविल सोसाइटीज के लोगों ने जयपुर में रविवार को रैली आयोजित की थी। इसके लिए पुलिस ने भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए थे। खबरों के मुताबिक शहर में करीब 100 ड्रोन गश्ती के लिए तैनात किए गए थे।
बता दें कि नए नागरिकता कानून के खिलाफ पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। विपक्षी पार्टियां खुलकर इन प्रदर्शनों को हवा दे रही हैं। देश के कई शहरों में प्रदर्शनकारी दंगाई का रूप लेते देखे गए हैं और उन्होंने जबर्दस्त हिंसा फैलाई है। यूपी में तो करीब 18 लोगों की फायरिंग में मौत हो चुकी है, जिसके बारे में पुलिस का कहना है कि वे आपस में ही गोलीबारी के शिकार हुए हैं। सबसे पहले नॉर्थ-ईस्ट में इसपर बवाल शुरू हुआ, लेकिन वह तुरंत काबू में आ गया। लेकिन, कानून बनने के कई दिन बाद दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से जो हिंसक प्रदर्शन शुरू हुआ उसने, नॉर्थ-ईस्ट को छोड़कर देश के कई हिस्सों को अपनी चपेट में ले चुका है। इसमें दिल्ली, यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और गुजरात तक के राज्य ज्यादा प्रभावित हुए हैं।