राहुल गांधी भुवनेश्वर रैली में बीजेपी-बीजेडी पर जमकर बरसे, नवीन पटनायक को बताया पीएम मोदी का वर्जन
नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर जमकर हमला बोला। भुवनेश्वर में टाउन हॉल में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्जन हैं और उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एक नया संस्करण दिया। नरेंद्र मोदी ने नवीन पटनायक पर भ्रष्टाचार के आरोप के चलते उनका फायदा उठाया है। नवीन पटनायक ने दिल्ली में नरेंद्र मोदी का खुलकर समर्थन किया है और हम ओडिशा में नरेंद्र मोदी के वर्जन से लड़ रहे हैं।
बीजेपी और बीजेडी का मॉडल एक
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी और बीजेडी का मॉडल एक समान है। या कहें कि गुजरात मॉडल एक साधारण डील है। राज्य के बड़े उद्योगपति सीएम की मार्केटिंग के लिए फंड करते हैं। सीएम पटनायक कुछ नौकरशाहों के सहारे राज्य को चला रहे हैं। लोगों की आवाज इसमें नहीं सुनी जाती है। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र और ओडिशा सरकारों में नौकरशाहों कीकी तानाशाही हैं। पटनायक निरंकुश हैं, सत्ता का केंद्रीकरण करते हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी की तरह घृणा से भरे हुए नहीं है। उन्होंने माना कि कांग्रेस सरकारें अराजकदिखाई दीं, लेकिन कहा कि उनके नेताओं के पास चर्चा और असहमति के लिए पर्याप्त जगह थी।
भारत में नौकरी का संकट
राहुल ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक दृष्टिकोण भी रखा, जिसमें अर्थव्यवस्था के विकास में रोजगार पैदा करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में नौकरी का संकट है। चीन हर 24 घंटे में 50,000 नौकरियां पैदा करने में सक्षम क्यों है, जबकि भारत सिर्फ 450 नौकरियां पैदा कर रहा है। उन्होंने मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र को फिर से खड़े करने के साथ इसकी पहुंच लघु और मध्यम व्यापार करने वालों को आसानी से लोन मिले।
बैंकिंग प्रणाली पर 30-40 व्यापारियों का कब्जा
आपके पास बैंकिंग प्रणाली का पूरा कब्जा है। भारत का 12.50 लाख करोड़ रुपये का बैंकिंग पैसा 30-40 व्यापारियों के हाथ में है। यदि आप एक छोटे या मध्यम आकार के व्यवसायी हैं, तो आपको नोटबंदी और जीएसटी से निपटना पड़ता है। लेकिन आपको कर्जों को माफ नहीं किया जाता है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि विजय माल्या 9000 करोड़ रुपये लेकर भाग गया जो मनरेगा का एक साल का बजट है। लेकिन इस पर एक शब्द नहीं बोला गया। मेहुल चौकसी 30,000 करोड़ लेकर भाग गया। अनिल अंबानी को इसी तरह 30,000 करोड़ रुपये दिए गए। उन्होंने कहा कि ये चोरी ओडिशा के लोगों से की गई क्योंकि आपके पास एचएएल है।