कांग्रेस के होने वाले नए अध्यक्ष को राहुल गांधी ने दी खास सलाह, कहा- भूलना मत कि ये पार्टी...
कोच्चि, 22 सितंबर। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज 15वां दिन है। इस मौके पर राहुल गांधी ने केरल में प्रेस कांन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने अपनी यात्रा से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दिए। इस दौरान राहुल गांधी से कांग्रेस के अगले अध्यक्ष को लेकर पूछा गया। राहुल गांधी से जब पूछा गया कि आप कांग्रेस के अगले अध्यक्ष को क्या सुझाव देना चाहते हैं। इसपर राहुल ने कहा, मैं सुझाव देना चाहूंगा कि आप एक ऐसे पद पर जाने वाले हैं जो ऐतिहासिक होगी, जिसने भारत की एक विचारधार को परिभाषित किया है। कांग्रेस अध्यक्ष का पद सिर्फ एक पद नहीं है, बल्कि एक विचारधारा है, मेरा सुझाव होगा कि जो भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने उसे याद रखना चाहिए वह एक विचारधारा, एक विश्वास और भारत के विश्वास का प्रतिनिधित्व करने वाला है।
इस यात्रा में लाखों लोग जुड़े हैं
अपनी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि हम एक ऐसी मशीन के खिलाफ लड़ रहे हैं, जिसने देश की संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है, जिसके पास असीमित पैसा है, लोगों को धमकाने की असीमित क्षमता है, इन लोगों के असीमित ताकत हैं। इस यात्रा का मकसद है कि हमे एकजुट होने की जरूरत है। मैंने कई बार कहा है कि यह यात्रा सैकड़ों कांग्रेस के लोगों के द्वारा की जा रही है। कांग्रेस में लाखों लोग हैं, मैं सिर्फ एक प्रतिभागी हूं, लोग सिर्फ मुझपर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन इस यात्रा में हजारों-लाखों लोग शामिल हैं। मेरा एक विचार है, मैं यह यात्रा क्यों कर रहा हूं, लेकिन लाखों लोग इस यात्रा में शामिल हैं। मैं प्रधानमंत्री पद का दावेदार हूं कि नहीं यह अलग मुद्दा है, लेकिन यह यात्रा इसको लेकर नहीं है, यह सवाल इस यात्रा के विचार को दबाने के लिए किया जाता है, मैं इस जाल में नहीं फसूंगा।
आम आदमी को नहीं मिल रही मदद
राहुल ने कहा अभी तो भारत यात्रा शुरू भी नहीं हुई है, अभी हमने 325 किलोमीटर की यात्रा तय की है, लिहाजा आप मुझे भारत यात्री नहीं कह सकते हैं। अभी मैं सिर्फ 4-5 जिलों का यात्री हूं। अलग-अलग व्यक्ति अलग-अलग चीजों के बारे में बोलता है। मैं जब मछुआरों से मिला तो वह कह रहे थे कि हमारी जमीन पर कब्जा हो रहा है, रबर वर्कर कहता है कि अफ्रीका से आयात हो रहा है, इससे हमारा नुकसान हो रहा है। हर कोई यह कह रहा है कि हमारी जमीन पर आक्रमण हो रहा है, उसपर हमे दबाव लग रहा है। हम जब पूछते हैं कि ये हो क्यों रहा है तो वह कहते हैं कि देश में कुछ बड़े उद्योगपति हैं जो सबकुछ कर सकते हैं। जो सहायता हमे मिलनी चाहिए सरकार से बैंक से वह हमे नहीं मिल रही है।
कुछ लोगों के पास असीमित पैसा
मैं अपनी इस यात्रा के लक्ष्य को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हूं। भारत में लोगों को एकजुट करना है, देश में जिस तरह से नफरत, हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है और वह दिख रही है, उससे लोगों को बाहर निकालना। यह देश अहिंसा के लिए जाना जाता है, यही सच्चा भारत है। इसके अलावा जिस तरह से अमीर-गरीब के बीच खाई बढ़ी है वह भी हमारी बड़ी चिंता है। गरीब काफी मुश्किलों का सामना कर रहा है, वहीं अमीर के हाथ असीमित पैसा है, जोकि देश के लिए अच्छा नहीं है।
यूपी को लेकर स्पष्ट प्लान है
आखिर भारत छोड़ो यात्रा यूपी से क्यों नहीं शुरू हुई उसपर राहुल ने कहा कि हमने इस रूट को इस आधार पर है कि यह विचार एक भारत के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहुंचे। हम यूपी कुछ समय के लिए जा रहे हैं, हमे बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात नहीं जा रहे हैं, इसकी वजह यह है कि हम चाहते हैं कि यह यात्रा एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक जाएं। सच्चाई यह है कि हम 10 हजार किलोमीटर तक नहीं चल सकते हैं, हमारी एक सीमा है। हमारे पास इसको लेकर स्पष्ट विचार है कि यूपी के लिए क्या करना है।
देश में नफरत-हिंसा
Recommended Video
मुझे लगता है कि केरल में लोगों का जबरदस्त समर्थन मिला, लोग बड़ी संख्या में हमारे साथ जुड़े, फिर वह चाहे जिस भी विचारधारा के हो। इस यात्रा के जरिए हम दो विचार आगे बढ़ा रहे हैं कि जो लोग एकजुट रहते हैं वह आपस में लड़ते नहीं है। इस यात्रा का दूसरा मुद्दा बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई है। इन तीन विचारों को लेकर हम इस यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं। जिस तरह से देश में पूंजी कुछ लोगों तक सीमित है, उसका असर लोगों पर सीधा असर हो रहा है। मेरा मानना है कि हम चाहे जिस राज्य भी जाएं उसे ऐसी ही सफलता मिलेगी क्योंकि हर कोई इन दिक्कतों से जूझ रहा है।