पुलिस की नींद हराम करते पंजाब के एनआरआई
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) पंजाब से संबंध रखने वाले एनआरआई यानी प्रवासी भारतीयों से भगवान ही बचाए। ये तमाम आपराधिक मामलों में लिप्त रहने लगे हैं। पंजाब के थानों में इनके खिलाफ लिखी जाने वाली शिकायतों की भरमार लगने लगी है। पंजाब पुलिस के एनआरआई विंग को बीते साल इनके खिलाफ लगभग आठ हजार शिकायतें मिलीं। जबकि 2013 में इनकी खिलाफ 3,852 शिकायतें मिलीं थीं।
सबसे आगे कनाडा
सबसे ज्यादा शिकाय़तें कनाडा (1,123), ब्रिटेन(763), आस्ट्रेलिया(744), आस्ट्रेलिया(282) में बसे एनआरआई से संबंधित थीं। पंजाब पुलिस के सूत्रों के अनुसार,इन एनआरआई के खिलाफ संपत्ति, विवाह में गड़बड़ करने, हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध करने से संबंधित थीं। इन सारे मामलों में एक्शन लिया जा रहा है।
औरतें भी कम नहीं
सबसे हैरानी की बात यह है कि इन एनआरआई में औरतों की भी खासी तादाद है। हालांकि पुलिस ने अपराधियों को लिंग के आधार पर नहीं बांटा, पर जानकारों ने इस बात की पुष्टि की। जानकारों के मुताबिक, ज्यादातक आपराधिक चरित्र वाले एनआरआई पंजाब के दोआब क्षेत्र से हैं। जालंधर के इर्द-गिर्द वाले क्षेत्र को दोआब कहा जाता है।
जालंधर पुलिस को 297 एनआरआई की तलाश है,तो कपूथला को 93,मोगा को 89, फरीदकोट को 34 और फतेहगढ़ साहिब को 33 की खोज है। सबसे ऊपर उक्त मामलों के अलावा धोखाधड़ी के भी केस चल रहे हैं। पंजाब मामलों के जानकार कहते हैं कि दूल्हा बनकर भारत में मासूम लड़कियों से शादी करके सात समंदर पार भाग जाने वाले एनआरआई पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।