Pulwama Terror Attack: कश्मीर में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला, दहला देंगी CRPF हमले की ये दर्दनाक तस्वीरें
Pulwama Terror Attack:दहला देंगी CRPF हमले की ये तस्वीरें
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हो गए। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने विस्फोटकों से भरी कार से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मारकर इस आतंकी हमले को अंजाम दिया। यह 2016 में हुए उरी हमले के बाद ये सबसे भीषण आतंकवादी हमला है। आतंकियों ने सीआरपीएफ जवानों के इस काफिले में 2547 जवान शामिल थे। आतंकी ने जिस बस को निशाना बनाया उसमें सवार 44 जवान शहीद हो गए। ये हमला इतना भयानक था कि 5 किलोमीटर तक धमाके की आवाज गूंज उठी। हमले में बस के परखच्चे उड़ गए । हादसे वाली जगह से कई मीटर दूर तक जवानों के शवों के टुकड़ें बिखरे देखें गए। सड़क खून से सन गई। बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखकर आपका दिल दहल उठेगा। आंखें नम हो जाएगी। दिल गम से भर उठेगा। ये गम है उन 44 जवानों के खोने का, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान गंवा दी।
पुलवामा आतंकी हमले की दर्दनाक तस्वीर
जम्मू कश्मीर में पुलवामा के गोरीपोरा इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों को अपना निशाना बनाया और कश्मीर में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया। आतंकियों ने सेना के काफिले पर आईईडी धमाका किया, जिसमें 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इसमें 42 जवान सीआरपीएफ के और 2 रोड ऑपरेटिंग पार्टी के हैं।
गाड़ियों के उड़ गए परखच्चे
धमाका इतना तेज था कि सेना की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। जवानों के शव इधर-उधर बिखर गए। कई जवानों ने तो मौके पर दम तोड़ दिया।
खून से सन गई सड़क
धमाका इतना भयानक था कि सेना की गाड़ियों में जगह-जगह छेद हो गए। धमाके के बाद का नजारा बेहद भयानक था। सड़क खून से सन गई । गाड़ियों का मलवा बिखरा पड़ा था। जवानों के शव बिखरे हुए थे।
2500 से ज्यादा जवान काफिले में शामिल
सीआरपीएफ के अनुसार, इस काफिले में 2547 जवान शामिल थे। जवानों का काफिला पुलवामा की तरफ जा रहा था। बस में सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा कि सीआरपीएफ के 42 जवान बस में सवार थे, जिसमें 37 जवान, 3 एस्कॉर्ट, 1 COMDR और 1 ड्राइवर मौजूद थे।
कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सीआरपीएफ के काफिले पर पाकिस्तान संरक्षित जैश-ए-मोहम्मद ने हमला किया है, जिसके खिलाफ हमारा देश एकजुट है। उन्होंने कहा कि मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं, देशवासी भरोसा रखें इस हमले को अंजाम देने वालों को कड़ा जवाब दिया जाएगा, हम किसी भी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे।
ये आतंकी बना देश के लिए नासूर
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने ली है। इस हमले के साथ एक बार फिर जैश के कमांडर और आतंकी मौलाना मसूद अजहर का जिक्र छिड़ा है। संसद पर साल 2001 में आतंकी हमले से लेकर, पठानकोट, उरी और अब पुलवामा में हुए हमले के पीछे मौलाना मसूद अजहर का ही हाथ है। साल 1999 में कंधार कांड के बाद जम्मू कश्मीर की जेल से रिहा, अजहर अब भारत के लिए सिरदर्द बन चुका है।