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PT Usha : पेरंब्रा से पार्लियामेंट तक का सफर, उड़नपरी को बर्थडे के 8 दिन बाद 'संसदीय उपहार'

केरल के एक छोटे गांव से संसद तक का सफर तय करना गौरवान्वित करने वाला है। पढ़िए, पीटी उषा पेरंब्रा से पार्लियामेंट तक कैसे पहुंचीं।

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नई दिल्ली, 07 जुलाई : संसद का सदस्य बनना किसी भी भारतीय नागरिक के लिए सम्मान का मौका होता है। एथलेटिक्स की दुनिया में अपना और देश का नाम रोशन करने वाली पीटी उषा को राज्य सभा के लिए मनोनीत (PT Usha Rajya Sabha) किया गया है। उषा की राज्यसभा नॉमिनेशन पर उनके घर जश्न का माहौल है। खुद पीटी उषा ने फोटो ट्वीट की है। केरल के पेरंब्रा से पार्लियामेंट तक का सफर तय करने वाली उड़नपरी पीटी उषा को खुद पीएम मोदी हर भारतीय के लिए प्रेरणा बता चुके हैं। वनइंडिया हिंदी की इस स्पेशल रिपोर्ट में पीटी उषा से जुड़ी कुछ रोचक बातों पर एक नजर।

पीटी उषा के संसद जाने के मायने

पीटी उषा के संसद जाने के मायने

दरअसल,पीटी उषा का जन्मदिन 27 जून को होता है। ऐसे में महज एक सप्ताह के भीतर उनका राज्य सभा के लिए नॉमिनेट होना बर्थडे गिफ्ट से कम नहीं। भारत की इस 58 वर्षीय उड़नपरी ने खेलों के महाकुंभ में भारत को कई बार गौरवान्वित किया है। इस बात में कोई संदेह नहीं कि राज्य सभा में पीटी उषा का नॉमिनेशन लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद के लिए भी गौरवपूर्ण लम्हा है।

पीएम मोदी ने कहा, उषा युवाओं की प्रेरणा

पीएम मोदी ने कहा, उषा युवाओं की प्रेरणा

बता दें कि खेल की दुनिया से जुड़ी कई हस्तियां पहले भी संसद में नामित हो चुकी हैं। भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को भी राज्य सभा के लिए मनोनीत किया गया था। राज्य सभा के लिए नॉमिनेट होने पर पीटी उषा को शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, पीटी उषा जी को खेलों में उनकी उपलब्धियों के लिए जाना जाता है। पिछले कई वर्षों से उषा नवोदित एथलीटों का मार्गदर्शन कर रही हैं, जो सराहनीय है।

केरल के गांव से आती हैं उषा

केरल के गांव से आती हैं उषा

मार्च 2022 में पीटी उषा ने एक ट्वीट में बताया कि वे केरल के कोझीकोड जिले में कुठाली पेरंब्रा (Koothali Perambra) से आती हैं। उन्होंने पैतृक घर की फोटो शेयर कर लिखा, पेरंब्रा का सदियों पुराना पुश्तैनी घर मेरा जन्म स्थान है। यहां आने पर बचपन के दोस्तों और सुनहरी यादों का खजाना मिला।

सपनों का पीछा करतीं पेरंब्रा की लड़की

सपनों का पीछा करतीं पेरंब्रा की लड़की

पैतृक गांव पेरंब्रा के कनेक्शन के बारे में पीटी उषा कहती हैं कि वे हमेशा इस शहर- पेरंब्रा की एक छोटी लड़की ही रहेंगी जिसने अपने सपनों का पीछा किया ! बता दें कि ओलंपिक और एशियन गेम्स जैसे वैश्विक आयोजनों में पीटी उषा ने भारत को कई बार गौरवान्वित किया है। ऐसे में राज्य सभा में नॉमिनेशन उषा के लिए किसी सपने से कम नहीं।

युवा लड़कियों के लिए एक आदर्श

युवा लड़कियों के लिए एक आदर्श

पीटी उषा भारत की सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। इन्होंने कई राष्ट्रीय और एशियाई रिकॉर्ड बनाए हैं। केरल के कोझीकोड जिले में जन्मीं उषा उन युवा लड़कियों के लिए एक आदर्श रही हैं, जिन्होंने खेल में करियर बनाने की इच्छा जताई है। फ्लाइंग सिख कहे जाने वाले दिवंगत मिल्खा सिंह जैसे लोगों से प्रेरणा पाने वाले युवा लड़कों की तरह किशोरियां पीटी उषा की संस्था से ट्रेनिंग लेती हैं।

Usha Athletics School किशोरियों का ख्वाब

Usha Athletics School किशोरियों का ख्वाब

उषा ट्रैक और फील्ड इवेंट्स में भारत के लिए खेलने का सपना देखने वाले युवा लड़कियों को ट्रेनिंग भी देती हैं। उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स में सेलेक्शन के लिए ट्रायल होते हैं। यहां एनरोलमेंट के लिए बड़ी संख्या में लोग उत्साहित रहते हैं। अप्रैल में हुए ट्रायल में देश के अलग-अलग कोने से 267 बच्चियां उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स में पहुंचीं थीं।

Payyoli Express ने तिरंगे का मान बढ़ाया

Payyoli Express ने तिरंगे का मान बढ़ाया

पीटी उषा को 'पायोली एक्सप्रेस' (Payyoli Express) के नाम से भी जाना जाता है। विश्व जूनियर आमंत्रण मीट (World Junior Invitational Meet), एशियाई चैंपियनशिप (Asian Championships) और एशियाई खेलों (Asian Games) में दर्जनों पदक जीत कर भारत के तिरंगे की शान बढ़ाई।

ओलंपिक मेडल से चूकीं, फिर भी करती हैं इंस्पायर

ओलंपिक मेडल से चूकीं, फिर भी करती हैं इंस्पायर

उषा को ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव भी मिला। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में पदक जीत कर वैश्विक मंच पर भारत का डंका बजाने वालीं पीटी उषा 1984 के ओलंपिक में 1/100 सेकंड के बहुत मामूली अंतर से ट्रैक और फील्ड में भारत का पहला पदक जीतने से चूक गईं। हिमा दास जैसी युवा स्प्रिंट रनर उषा को अपनी इंस्पिरेशन बताती हैं।

ओम नांबियार की शिष्या पीटी उषा

ओम नांबियार की शिष्या पीटी उषा

ओम नांबियार की शिष्या पीटी उषा 1984 के ओलंपिक में महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रहीं पीटी उषा को भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से अलंकृत किया जा चुका है। उषा को खेल के क्षेत्र में मिलने वाला वह अर्जुन पुरस्कार भी दिया जा चुका है।

पीटी उषा की शादी के 31 साल

पीटी उषा की शादी के 31 साल

उषा ने वी श्रीनिवासन से विवाह किया। 25 अप्रैल 2022 को शादी की 31वीं वर्षगांठ के मौके पर उषा ने श्रीनिवासन के साथ अपनी पुरानी तस्वीर शेयर कर लिखा कि ये रिश्ता उनके लिए दोस्ती, प्यार और एकता का रहा है। श्रीनिवासन के साथ एक अन्य फोटो में उषा ने उनके प्रशंसकों से कैप्शन लिखने की अपील की।

PT Usha : हर जिम्मेदारी में सर्वश्रेष्ठ...

PT Usha : हर जिम्मेदारी में सर्वश्रेष्ठ...

उषा राज्य सभा के लिए नामित होने के बाद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। उन्होंने आभार प्रकट किया और कहा, राज्यसभा के लिए मनोनीत होने पर मैं हर जिम्मेदारी में अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी। सभी भारतीयों की बेहतरी के लिए काम करूंगी। जय हिन्द।

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English summary
know about Padma Shri PT Usha nominated for Rajya Sabha from Kerala.
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