लोकसभा चुनाव 2019: श्रीकाकुलम लोकसभा सीट के बारे में जानिए
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नई दिल्ली: श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद तेलगुदेशम पार्टी के राममोहन नायडू किंजारप्पु है। उन्होंने साल 2014 के लोकससभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस को रेड्डी सथानी को 127,572 वोटों से हराया था। इस चुनाव में तीसरे नंबर पर इंडियन नेशनल कांग्रेस, चौथे नंबर पर निदर्लीय और पांचवे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी मिली थी।
श्रीकाकुलम सीट में सात विधानसभा सीटें
दक्षिण भारत के राज्य आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम लोकसभा सीट के अंतर्गत सात विधानसभा सीटें आती हैं। इनके नाम इचापुरम, पालसा, टीकाली, पाथापत्तनम,श्रीकाकुलम , एमडलावालसा और नारासनापेटा हैं। ये सभी सीटें सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इस सीट पर पहले आम चुनाव 1952 में हुए थे। इसमें निदर्लीय उम्मीदवार बोडापल्ली राजागोपाल राव को जीत मिली थी। इसके बाद 1957 के चुनाव में वो कांग्रेस में शामिल हो गए और सांसद बने। कांग्रेस के बोडापल्ली राजागोपाल राव इस सीट से 6 बार सांसद रहे हैं। साल 1996 के चुनाव में तेलगुदेशम पार्टी ने ये सीट जीती। 2009 तक इस पर टीडीपी का कब्जा रहा। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में किली कृरुपा रानी ने ये सीट जीती। इस चुनाव में उन्होंने टीडीपी के येररननायडू किंजारप्पू को 82,987 वोटों से हराया।
राममोहन नायडू
31 साल के नायडू ने दिसंबर 2018 तक उनकी लोकसभा में उपस्थिति 94 प्रतिशत है। वहीं उन्होंने सदन में 422 सवाल पूछे हैं और सदन में हुई 95 बहसों में भाग लिया है। नायडू कृषि व्यवसाय से संबंध हैं।
श्रीकाकुलम लोकसभा सीट परिचय- प्रमुख बातें
श्रीकाकुलम
जिले
का
पुराना
नाम
"छिकाकोल"
है।
इसके
पूर्वी
भाग
में
बंगाल
खडी,
पश्चिम
में
विजयनगरम
जेले
और
ओडीशा
और
दक्षिण
में
बंगाल
खडी
है।
विशाखपट्टनम
से
15
अगस्त
1950
मे
अलग
हुआ
1
जून
1989
में
विजय
नगरम
जिले
अलग
हुआ
पुराने
समय
में
ब्रिटिश
इस
जिले
को
"
चिकाकोल"
कहते
थे
साल
2014
के
चुनाव
में
10,51,446
लोगों
ने
वोट
दिया
पुरुष
मतदाताओं
की
संख्या
5,05,010
और
महिला
मतदाताओं
की
संख्या
5,46,436
श्रीकाकुलम
लोकसभा
निर्वाचन
क्षेत्र
की
कुल
जनसंख्या
19,33,930
है।
इसमें
ग्रामीण
आबादी
78.62
फीसदी
और
शहरी
आबादी
21.38
फीसदी
है
नुसूचित
जाति
8
फीसदी
और
अनुसूचित
जनजाति
4.82%
है।
1980 के बाद हुए चुनावों में टीडीपी को 6 बार और कांग्रेस को 4 बार जीत मिली है। वाईएसआर की मौजूदगी के बाद इस सीट पर 2019 में होने वाला चुनाव त्रिकोणीय होने की संभावना जताई जा रही है। अब देखना होगा कि वोटर किस पार्टी को इस सीट से जीत दिलाएंगे। आज के लिए इतना ही अगली बार हम आपको वन इंडिया में किसी और लोकसभा सीट के इतिहास और दिलचस्प आंकड़ों की जानकारी देंगे।