लोकसभा चुनाव 2019- श्रावस्ती लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की श्रावस्ती लोकसभा सीट इस वक्त भारतीय जनता पार्टी के ददन मिश्रा सांसद हैं, साल 2014 में उन्होंने बाहुबली नेता अतीक अहमद को हराया था, जिन्होंने सपा के टिकट पर ये चुनाव लड़ा था। आपको बताते चलें कि सभी धर्मों की आस्था को समेटे राप्ती नदी के तट पर बसा 'श्रावस्ती' कभी कौशल देश की राजधानी हुआ करताा था, भगवान् बुद्ध ने इस जगह पर अपने जीवन काल में 24 चातुर्मास बिताए थे, 1,640 वर्ग किलोमीटर में फैले श्रावस्ती जिले की औसत साक्षरता दर 37.89% है जिनमें पुरुषों की साक्षरता दर 46.59% और महिलाओं की साक्षरता दर 28.01% है। श्रावस्ती की 68.79% आबादी हिन्दू धर्म में जबकि 30.79% आबादी इस्लाम धर्म में आस्था रखती है, कुल आबादी का 16.94% हिस्सा अनुसूचित जाति और 0.5% हिस्सा अनुसूचित जनजाति है।
श्रावस्ती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में 58वें नंबर की सीट है, इस लोकसभा सीट में यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती हैं, जिनके नाम हैं गैंसारी,भिंगा, श्रावस्ती, बलरामपुर और तुलसीपुर, जिसमें बलरामपुर की विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। साल 2008 में परिसीमन के बाद यह निर्वाचन क्षेत्र अस्तित्त्व में आया, 2009 में यहां पहली बार चुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस के विनय कुमार पाण्डेय उर्फ़ विष्णु ने बहुजन समाज पार्टी के रिहाज़ ज़हीर को हराया और श्रावस्ती के पहले सांसद बनने का रिकार्ड अपने नाम किया लेकिन साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के ददन मिश्रा का कब्जा हो गया।
ददन मिश्रा का लोकसभा में प्रदर्शन
लोकसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए ददन मिश्रा विज्ञान-प्रौद्योगिकी और पर्यावरण एवं वन सम्बन्धी मामलों की स्थाई समिति के सदस्य हैं, संसद के सदस्य के रूप में इनकी उपस्थिति 92% है, इन्होंने अबतक 104 चर्चाओं में हिस्सा लिया है और 35 प्रश्न पूछे हैं। साल 2014 में इस सीट पर नंबर दो पर सपा, नंबर तीन पर बसपा और PECP नंबर 4 पर रही थी। साल 2014 के चुनाव में 1788080 वोटरों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 54 प्रतिशत पुरुष और 45 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। सासंद ददन मिश्रा और अतीक अहमद के बीच में वोटों का अंतर केवल 8 प्रतिशत था।