लोकसभा चुनाव 2019: नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट के राजनीतिक समीकरणों की विस्तार से जानकारी।
नई दिल्ली। उत्तराखंड की नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सीट दो जिलों को जोड़कर बनाई गई है। वर्तमान में यहां से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके भगत सिंह कोश्यारी लोकसभा सांसद हैं। भगत सिंह कोश्यारी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता करण चंद सिंह बाबा को 284717 वोटों के भारी अंतर से हराया था। 2014 के आम चुनाव में यहां भगत सिंह कोश्यारी को 636769 और करण चंद सिंह बाबा को 352052 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर रहे बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार लायक अहमद को 59245 और चौथे नंबर पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी बल्ली सिंह चीमा को 13472 वोट मिले थे। इस सीट पर पड़े कुल 1101435 वोटों में से 10328 वोट नोटा को गए थे।
अब बात करते हैं इस सीट से सांसद भगत सिंह कोश्यारी के बारे में। आरएसएस की पृष्ठभूमि के भगत सिंह कोश्यारी भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष जैसे अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। कोश्यारी 2001 से 2002 के बीच उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री रहे और इसके बाद उन्हें 2002 से 2007 तक उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुना गया। उत्तराखंड अलग राज्य बनने से पहले वह यूपी विधान परिषद के सदस्य के तौर पर भी चुने जा चुके हैं। इसके अलावा 2008 से 2014 तक कोश्यारी राज्यसभा के सदस्य रहे। पेशे से शिक्षक रहे कोश्यारी एक ऐसे नेता हैं जो विधानसभा, विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा हर सदन के सदस्य रह चुके हैं। नैनीताल-उधम सिंह नगर सीट से सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने 16वीं लोकसभा में कुल 10 प्रश्न उठाए और 11 चर्चाओं में हिस्सा लिया। लोकसभा में उनकी उपस्थिति 90 फीसदी रही।
2009 में अस्तित्व में आई यह लोकसभा सीट
लोकसभा सीटों के परिसीमन के बाद 2009 में यह लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। 2009 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता करण चंद सिंह बाबा लोकसभा सांसद चुने गए। नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सीट में कुल 1610810 मतदाता हैं, जिनमें से 857781 पुरुष और 753029 महिला वोटर हैं। इस लोकसभा सीट पर कुल आबादी 2449769 है। इनमें से 63.11 फीसदी आबादी ग्रामीण, 36.89 फीसदी आबादी शहरी, 16.08 फीसदी अनुसूचित जाति और 5.17 अनुसूचित जनजाति के लोग हैं। नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सीट के अंतर्गत दोनों जिलों की मिलाकर कुल 14 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इनमें नैनीताल जिले की पांच सीटें- भीमताल, हल्द्वानी, कालाढुंगी, लालकुआं, नैनीताल विधानसभा और उधम सिंह नगर जिले की 9 विधानसभा सीटें- बाजपुर, गदरपुर, जसपुर, काशीपुर, खटीमा, किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर और सितारगंज शामिल हैं।
तीसरा सबसे बड़ा आबादी वाला जिला
उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से एक नैनीताल-उधम सिंह नगर सीट के अंतर्गत दो जिले उधम सिंह नगर और नैनीताल (कुछ हिस्सा) शामिल हैं। उधम सिंह नगर उत्तराखंड के तराई क्षेत्र का एक जिला है जो कुमाऊं मंडल के अंतर्गत आता है। उधम सिंह नगर पहले नैनीताल जिले का ही हिस्सा था। 30 सितंबर 1995 में नैनीताल जिले से तराई वाले क्षेत्र को अलग कर एक नए जिले का निर्माण 'उधम सिंह नगर' जिले के रूप में हुआ। उत्तराखंड के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों में से एक उधम सिंह नगर हरिद्वार और देहरादून के बाद उत्तराखंड का तीसरा सबसे बड़ा आबादी वाला जिला है। यहां कई बड़े उद्योगों के अलावा कई प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान भी मौजूद हैं। उधम सिंह नगर जिले में स्थित 'गोविंद बल्लभ एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी' भारत की पहली एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी है। यहां स्थित 'पंतनगर हवाई अड्डा' कुमाऊं क्षेत्र का सबसे प्रमुख हवाई अड्डा है।