लोकसभा चुनाव 2019: जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और ओलंपिक रजत विजेता पद्मश्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ हैं। उन्होंने भाजपा के टिकट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. सीपी जोशी को 33,28,96 वोटों से हराकर ये सीट अपने नाम की थी। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर दो पर कांग्रेस और नंबर 3 पर एनपीईपी थी। जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट परिसीमन के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई थी और साल 2009 में यहां आम चुनाव हुए थे, जिसे की कांग्रेस के लालचंद्र कटारिया ने जीता था, साल 2014 का चुनाव यहां पर भाजपा ने जीता और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ यहां से जीतकर लोकसभा पहुंचे।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का लोकसभा में प्रदर्शन
पूरी दुनिया राठौड़ को एक सफल शूटर के रूप में जानती है। एथेंस ओलंपिक 2004 में पुरूषों की डबल ट्रैप निशानेबाजी में रजत जीतने वाले राठौड़ 1900 के पेरिस ओलंपिक के बाद भारत के लिये व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत जीतने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने शूटिंग में 28 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और आगे चलकर ओलंपिक में पदक जीत कर देश को शूटिंग के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाई। दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक राठौड़ की पिछले 5 सालों के दौरान लोकसभा में उपस्थिति 94 प्रतिशत रही और इस दौरान उन्होंने 1 डिबेट में हिस्सा लिया है और मात्र 6 प्रश्न पूछे हैं। अर्जुन पुरस्कार विजेता राज्यवर्धन देश के सर्वोच्च खेल सम्मान 'राजीव गांधी खेल रत्न' से भी सम्मानित किए जा चुके हैं।
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट का इतिहास
साल 2014 में जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट में कुल वोटरों की संख्या 16 लाख 99 हजार 462 थी, जिसमें से मात्र 10 लाख 13 हजार 691 लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था। इनमें वोट देने वाले पुरुषों की संख्या 5 लाख 54 हजार 84 और महिलाओं की संख्या 4 लाख 59 हजार 607 थी। जयपुर ग्रामीण की कुल जनसंख्या 27,06,261 है, जिसमें से 82 प्रतिशत लोग गांवों में निवास करते हैं और 17 प्रतिशत लोग शहरों में निवास करते हैं।
जब से ये सीट अस्तित्व में आई है तब से ही एक बार इस पर कांग्रेस का और एक बार भाजपा का कब्जा रहा है। जयपुर ग्रामीण को विकास की दरकार है और साल 2014 में भाजपा ने यहां वोट विकास के ही आधार पर मांगा था इसलिए इस सीट पर इस बार बीजेपी की वापसी में विकास फैक्टर भी शामिल होगा तो वहीं विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद कांग्रेस काफी आत्मविश्वास से भरी हुई है, ऐसे में उसे पूरा भरोसा है कि इस बार यहां जनता उसका साथ देगी, कुल मिलाकर सार यही है कि इस सीट पर मुकाबला काफी रोचक होने वाला है, जिसमें विजयश्री उसी को हासिल होगी जिसे कि जनता चुनेगी।