हरियाणा पुलिस थाना छोड़ बन गई बस ड्राइवर, जानें क्या है वजह
नई दिल्ली। हरियाणा में पिछले तीन दिनों से सरकारी बसों के ड्राइवरों ने हड़ताल कर रखी है। जिसके चलते राज्य में हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। त्योहार के मौसम में जनता हो रही परेशानी को तोड़ निकलते हुए सरकार ने इन बसों की स्टेयरिंग पुलिस के जवानों को थमा दी है। सिरसा के लोकल रूट पर करीब 25 पुलिसकर्मी बसें चला रहे है। वहीं स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) टिकट काट रहे हैं।
25 पुलिसकर्मियों को बसें चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई
सिरसा में एक पुलिसकर्मी ने बताया कि, स्थानीय रूट पर यात्रियों को कोई दिक्कत ना हो इसलिए 25 पुलिसकर्मियों को बसें चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। दो दिन तक तय हड़ताल का गुरुवार को तीसरा दिन था लेकिन कर्मचारियों ने इस हड़ताल को दो और दिन आगे बढ़ा दिया है जिस वजह से जनता को आने-जाने में दिक्कतें हो रही हैं। रोडवेज कर्मचारियों ने यह हड़ताल निजीकरण के खिलाफ बुलाई है।
कैथल में भी 15 पुलिसकर्मियों ने बसों का स्टेयरिंग थामा
सिरसा रोडवेज डिपो के महाप्रबंधक केआर कौशल ने बताया कि इस हड़ताल के चलते हम लोगों को परेशान नहीं होने देंगे। हमने सिरसा पुलिस से 20 जवान मांगे थे। पुलिस ने हमें पुलिस जवान भेजे हैं जो लोकल रूट पर बसें चला रहे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन ने एंबुलेंस चालकों भी इस काम लगा दिया है। कैथल में भी 15 पुलिसकर्मियों ने बसों का स्टेयरिंग थामा। इसके अलावा करनाल में 22 टूरिस्ट बस, 37 स्कूल बस और 30 रोडवेज बसों के सहारे यात्रियों को थोड़ी राहत दी गई।
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तीन दिनों से ड्राइवर हैं हड़ताल पर
गौरतलब है कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियनों की ओर से 16 और 17 अक्टूबर को हड़ताल बुलाई गई थी, इसे दो दिन बढ़ाकर 18 और 19 अक्टूबर तक कर दिया गया। 19 अक्टूबर को दशहरा होने के चलते सरकार ने दूसरे कर्मचारियों से बस चलवाने का फैसला किया।
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