J&K: महबूबा मुफ्ती के बयान पर विवाद, लाल चौक पर तिरंगा फहराने गए भाजपा कार्यकर्ता हिरासत में
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तिरंगे को लेकर जो बयान दिया था, उसपर विवाद बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने सोमवार को श्रीनगर के लाल चौक पर कथित तौर पर तिरंग फहराने को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। इन कार्यकर्ताओं ने महबूबा मुफ्ती के बयान का विरोध किया है और उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। बताया जा रहा है कि कार्यकर्ता लाल चौक के क्लॉक टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे, हालांकि पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। जानकारी के मुताबिक चार भाजापा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। भाजपा की ओर से आज तिरंगा यात्रा भी निकाली जाएगी।
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हालांकि कार्यकर्ता जम्मू में पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के कार्यालय के बाहर राष्ट्रीय ध्वज फहरा रहे हैं। इससे पहले रविवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने पीडीपी के जम्मू मुख्यालय के बाहर नारेबाजी भी की थी। पीडीपी नेताओं ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने जबरन ऑफिस में घुसकर हाथापाई की और तिरंगा फहरा दिया। इस दौरान पीडीपी नेताओं ने धमकी दिए जाने का आरोप भी लगाया। घटना को लेकर पीडीपी ने पुलिस पर शिथिलता का आरोप लगाया है। आपको बता दें एबीवीपी, भाजपा से जुड़ा एक छात्र संगठन है।
महबूबा मुफ्ती ने देश के तिरंगे झंडे को लेकर बेहद ही विवादित बयान दिया था। मुफ्ती ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर को उसका झंडा वापस नहीं मिल जाता तब तक वो तिरंगा नहीं उठाएंगी। महबूबा हाल ही में पब्लिक सेफ्टी एक्ट से छूटकर 14 महीने की नजरबंदी के बाद हिरासत से बाहर आई हैं। वह एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में सक्रिय हुई हैं। जम्मू-कश्मीर से पिछले साल 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से वहां के सिविल सचिवालय से जम्मू-कश्मीर का झंडा हटा लिया गया था, जो कि पहले वहां तिरंगे के साथ-साथ फहराया जाता था।
महबूबा के बयान के बाद जम्मू PDP मुख्यालय में घुसकर फहराया गया तिरंगा, हिंदूवादी दलों पर आरोप