मोदी की टीवी संपादकों से बैठक गुप्त क्यों रही सीक्रेट ?
नई
दिल्ली(
ब्यूरो)
क्या
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
पिछले
5
दिसंबर
को
कुछ
टीवी
चैनलों
के
संपादकों
से
मिले
थे
?
जानकार
दावा
कर
रहे
हैं
कि
मुलाकात
हुई
थी
पर
अभी
तक
ना
तो
मोदी
के
दफ्तर
से
और
ना
ही
किसी
पत्रकार
ने
उक्त
मुलाकात
की
पुष्टि
की।
मोदी
कुछ
समय
पहले
राजधानी
में
भाजपा
मुख्यालय
में
पत्रकारों
से
भी
मिले
थे।
सिर्फ
चुनिंदा
संपादक
ही
प्राप्त
जानकारी
के
बैठक
में
करीब
12
संपादक
ही
बुलाए
गए
थे।
निमंत्रण सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से गया था। एबीपी न्यूज से शाजी जमां, आज तक से सुप्रिय प्रसाद, इंडिया टीवी से अजीत अंजुम, नेटवर्क 18 के उमेश उपाध्याय, जी न्यूज से सुधीर चौधरी, इंडिया न्यूज से दीपक चौरसिया, सीएनबीसी आवाज से संजय पुगलिया, सीएनबीसी टीवी 18 से शीरीन भान, आईबीएन7 से सुमित अवस्थी थे। अंग्रेजी चैनलों में टाइम्स नाउ से अर्णब गोस्वामी , न्यूजएक्स से राहुल शिवशंकर, और टीवीटुडे से राहुल कंवल भी थे।
कई संपादकों को नहीं बुलाया
प्रधानमंत्री के साथ बैठक के लिए न्यूज नेशन, न्यूज 24, एनडीटीवी, फोकस टीवी, न्यूज एक्सप्रेस, सहारा समय, जैन टीवी आदि को शायद आमंत्रित नहीं किया गया था।
संपादक भी चुप
हैरानी की बात यह है कि संपादकों ने भी इस मुलाकात पर खुलकर कुछ नहीं कहा। हालांकि यह मुलाकात करीब पौने दो घंटे की थी जो प्रधानमंत्री के लिए बड़ा अंतराल होता है।
वरिष्ठ लेखक और पत्रकार अवधेश कुमार कहते हैं कि शायद मोदी संपादकों से संपर्क संवाद बनाये रखना चाहते हों। इसका क्या असर होगा यह देखना होगा। पिछले दिनों भाजपा कार्यालय में पत्रकार मिलन का दृश्य ऐसा था जिसका बहुत ज्यादा असर काम करने वाले, लिखने वाले, टीवी डिबेट में जाने वाले, सोशल मीडिया पर सक्रिय या इन सबमें समान से सक्रिय पत्रकारों पर नहीं दिखा। तो शायद मोदी जी कुछ विशेष लोगों से मिलकर कुछ समझना या आगे मीडिया के साथ व्यवहार तय करना चाहते हों।
देखना है प्रधानमंत्री केवल संपादकों और पत्रकारों के नाम पर कुछ विशेष नामों तक ही अपनी मुलाकात, अपना संपर्क, संवाद बनाए रखना चाहते हैं या फिर काम करने वाले, लगातार सक्रिय और जनता के बीच साख रखने वालों की ओर भी मुखातिब होते हैं।