अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की तरह ब्रिटिश पीएम ने हैदराबाद हाउस का जायजा लिया
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे और पीएम नरेंद्र मोदी की हैदराबाद हाउस में हुई मुलाकात। मे ने कहा ब्रिटेन ने कभी भी भारत को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन अब बदलेगी सूरत।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हैदराबाद हाउस में ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे का स्वागत किया। थेरेसा मे ने पीएम मोदी के साथ हैदराबाद हाउस का दौरा किया।
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खास बात थी कि पीएम मोदी और मे की हैदराबाद हाउस की जो तस्वीरें आईं, उन तस्वीरों ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के वर्ष 2015 में हुए भारत दौरे की याद दिला दी।
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वर्ष 2015 में जब अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा भारत आए थे तो उन्होंने भी हैदराबाद हाउस के हर कोने-कोने में जाकर इसका जायजा लिया था।
एक नजर डालिए इन तस्वीरों पर और वीजा से जुड़ी बातों पर मे ने अपने भारत दौरे पर क्या कहा और क्या अहम ऐलान किए।
वीजा पर थेरेसा मे
इस मौके पर उन्होंने यब घोषणा भी की कि भारतीयों के लिए यूके की यात्रा को अब आसान बनाया जाएगा। लंच से पहले पीएम मोदी के द्विपक्षीय वार्ता करते समय थेरेसा मे ने ऐलान किया कि भारत से आने वाले व्यापारिक यात्रियों को रजिस्टर्ड ट्रैवलर स्कीन के तहत ब्रिटेन जल्दी क्लीयरेंस दिलवाएगा।
क्यों पहले भारत आईं मे
यूरोप के किसी देश के बाहर मे की यह पहली भारत यात्रा है और मे ने इसकी वजह भी बताईं कि उन्होंने क्यों भारत को ही पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए चुना। मे ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के भारत आने का आमंत्रण सिर्फ इसलिए स्वीकार क्योंकि भारत और ब्रिटेन के बीच साझेदारी काफी अहम है। यह सिर्फ व्यापार पर ही आधारित नहीं है बल्कि नैतिकता, संस्कृति और लोकतंत्र के समान सिद्धांतों से जुड़ी है जो भारत और ब्रिटेन आपस में साझा करते हैं।
एक जैसे भारत और ब्रिटेन
मे ने कहा कि अगर आप भारत और ब्रिटेन पर नजरें दौड़ाएंगे तो आपको पता लगेगा कि हम एक-दूसरे का संगीत सुनते हैं, एक दूसरे के व्यंजनों का आनंद उठाते हैं और क्रिकेट में एक जैसा ही पागलपन दोनों देशों में है। मे ने इस दौरान बताया कि वह बुधवार को गुजरात के राजकोट में शुरू होने वाले भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट मैच को देखने जा सकती हैं।
भारत को गंभीरता से लेने का समय
मे ने कहा कि उन्हें इस बात को स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं है कि पूर्व में ब्रिटेन और यहां के लोगों ने हमेशा भारत को गंभीरता से नहीं लिया। जबकि यह काफी अहम है। आज भारत के संबंध कई संभावनाओं को आगे बढ़ाते हैं और उम्मीद है कि यह संबंध आगे और आजाद ख्याल वाले हो सकेंगे। मे ने इस दौरान ब्रिटेन के मुफ्त व्यापार के लिए समर्पित रहने की वकालत की और इसे बढ़ाने में योगदान की बात कही।
पीएम मोदी ने किया मे का धन्यवाद
मे से मुलाकात के बाद पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम ने मे को पहले भारत आने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मे के दौरे की वजह से भारत और ब्रिटेन को दोनों देशों के संबंधों में एक नया जोश आया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मे के दौरे के बाद भारत और ब्रिटेन के संबंध और मजबूत होंगे।
ब्रिटेन ने एनएसजी के लिए किया समर्थन
मे और पीएम मोदी की मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार को और सरल बनाने पर पर एमओयू साइन हुआ। इसके अलावा पीएम मोदी ने एनएसजी और यूएनएसजी में भारत की सदस्यता का लगातार समर्थन करने पर ब्रिटेन का धन्यवाद दिया।