नाक और कान से खून... दहशत का मंजर, फ्लाइट के यात्रियों ने सुनाई आपबीती
मुंबई। जेट एयरवेज की मुंबई-जयपुर की फ्लाइट में क्रू की लापरवाही के कारण 166 यात्रियों की जान पर बन आई थी। उड़ान के वक्त केबिन प्रेशर के कारण यात्रियों के नाक और कान से खून बहने लगा था जिसके बाद आनन-फानन में विमान को वापस मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया था और बीमार मरीजों का इलाज एयरपोर्ट पर किया जा रहा था। इस दौरान यात्रियों की हालत का अंदाजा उनके परेशान चेहरे को देखकर लगाया जा सकता था। सभी यात्री डरे और घबराए हुए थे।
यात्रियों में था दशहत का माहौल
एक यात्री दर्शन हाथी ने बताया कि विमान एक घंटे बाद मुंबई एयरपोर्ट पर लाया गया और उसके बाद बताया गया कि दूसरी फ्लाइट का इंतजाम किया जा रहा है। ये वाकई दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था। कई यात्रियों का कहना था कि ऑक्सीजन मास्क बाहर आ गया लेकिन किसी प्रकार की चेतावनी या निर्देश नहीं दिया गया। करीब 15 मिनट बाद ये बताया गया विमान लैंड हो रहा है लेकिन कहां लैंड हो रहा है ये भी नहीं बताया गया। ये वाकई डरावना अनुभव था। उनका कहना था कि केबिन दबाव के कारण कई लोगों के नाक-कान से खून बहने लगा था।
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30 यात्रियों के नाक-कान से खून बह रहा था
गुरुवार सुबह उड़ान के दौरान फ्लाइट 9 डब्ल्यू 697 में क्रू केबिन प्रेशर को संतुलित रखने का स्विच दबाना भूल गया। वहीं, यात्रियों की हालत खराब होने के बाद विमान को तुरंत मुंबई एयरपोर्ट पर वापस लैंड कराया गया। जिन 30 यात्रियों के नाक-कान से खून बह रहा था, उनका इलाज एयरपोर्ट पर ही किया गया।
सुरेश प्रभु ने जांच के आदेश दिए
वहीं, इस मामले पर डीजीसीए ने बताया कि लापरवाही बरतने वाले क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है और इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है। जबकि जेट एयरवेज ने इस लापरवाही पर खेद जताया। वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए डीजीसीए से रिपोर्ट तलब की है। केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने भी इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
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