कुलभूूषण जाधव और अनंत हेगड़े के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री, अनंत कुमार हेगड़े के संविधान बदलने के बयान पर बुधवार को संसद के दोनों सत्रों में जमकर हंगामा देखने को मिला। काग्रेस नेता, गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, 'अगर किसी व्यक्ति का इस देश के संविधान में भरोसा नहीं है तो उस व्यक्ति को सांसद बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।' हंगामें के बीच संसद के दोनों सदनों को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
बता दें कि केंद्र सरकार में कौशल विकास मंत्री, हेगड़े ने सोमवार को कर्नाटक में एक कार्यक्रम में कहा था एक नई परंपरा चलन में है जिसमें लोग अपने आप को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं। हेगड़े ने जिन्हें अपने मां-बाप के खून का पता नहीं होता है, वो लोग ही खुद के धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने की बात कहते हैं। हेगड़े ने कहा कि मुझे पता है कि संविधान ने उन्हें यह अधिकार दिया है कि वे कहें कि वे धर्मनिरपेक्ष हैं लेकिन यह याद रखा जाना चाहिए संविधान में कई बार बदलाव किया जा चुका है और हम यहां संविधान बदलने के लिए ही सत्ता में आए हैं।
लोकसभा
में
उठा
कुलभूणष
जाधव
का
मामला
कुलभूषण
जाधव
के
परिवार
से
पाकिस्तान
में
बदसलूकी
किए
जाने
का
मुद्दा
लोकसभा
में
भी
गूंजा।
काग्रेस
सांसद
मल्लिकार्जुन
खड़गे
ने
कहा,
'कुलभूषण
जाधव
की
मां
और
पत्नी
से
जिस
तरह
पाकिस्तान
में
बर्ताव
किया
गया
हम
उकी
निंदा
करते
हैं।
कुलभूषण
जाधव
को
हमें
किसी
भी
भारत
वापस
लाना
चाहिए।'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा वे कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर कल संसद में बयान देंगी। कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, 'हमें पाकिस्तान से अच्छा करने की उम्मीद ही नहीं रखनी चाहिए। जिस तरह से कुलभूषण जाद की मां और पत्नी से व्यवहार किया गया वो बहुत ही शर्मनाक था।'
इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने सभी पार्टियों से संसद चलने देने की अपील करते हुए कहा, 'हम चाहते हैं सभी पार्टियां तीन तलाक के मुद्दे पर साथ आएं और इस बिल को सर्वसम्मति से लोकसभा में पास कराएं।' अनंत कुमार ने आगे कहा कि पीएम मोदी इस देश के नए सांता क्लाज हैं।