पाकिस्तान के ISI ने चीन से खरीदा चार मानवरहित एरियल व्हिकल, जानिए क्यों
नई दिल्ली। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने चीन से चार मानवरहित एरियल व्हिकल ( विंग लोंग्स) खरीदा है। पाकिस्तान ये व्हिकल इसलिए खरीदा है क्योंकि उसे अंदाजा है कि बलूचिस्तान में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है। एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना द्वारा विकसित किए गए विंग लोंग्स हवा में लंबे समय तक निगरानी कर सकता है। इसके अलावा वो हथियार भी पहुंचा सकता है।
पाकिस्तान के अनुसार, ये UAV बलूचिस्तान में आतंकवाद-रोधी अभियानों का हिस्सा होंगे। चीन से पाकिस्तान द्वारा रक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर खरीद की गई है, जिनमें UAV के साथ कई पृथ्वी स्टेशन भी हैं। एक चीनी तकनीकी टीम भी पाकिस्तान का दौरा करेगी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान कभी भी अपने ही नागरिकों के खिलाफ हथियार का प्रयोग करने में पीछे नहीं हटता। इसमें पाकिस्तान एयरफोर्स का प्रयोग भी शामिल है। पाकिस्तान ने अपनी वायुसेना का प्रयोग 70 के दशक में बलूचिस्तान पर किया था। इसके अलावा चीन ने पाकिस्तान को अपने साथ जाने के लिए ग्राउंड स्टेशन और एयर टू ग्राउंड हथियार के साथ दो और आधुनिक विंग लोंग्स यूएवी को उपहार में दिया है। चीन अन्य उपकरण और तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगा।
गौरतलब है कि सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों की जनता ने पाकिस्तान से अलग होने की मांग करते हुए सरकार-विरोधी प्रदर्शन बढ़ा दिए हैं। इस प्रदर्शन ने पाक पीएम इमरान खान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सिंधी राष्ट्रवादियों ने हाल ही में सिंधु देश की आजादी की मांग को लेकर एक विशाल रैली निकाली है। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व विश्व के अन्य नेताओं की फोटो हाथ में लेकर सरकार-विरोधी नारे लगाए और सिंध देश को आजादी दिलाने के लिए भारत से दखल देने की प्रार्थना की। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि सिंधु घाटी सभ्यता वैदिक धर्म का घर है।
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