WHO बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर हर्षवर्धन का कार्यकाल पूरा, कहा- सस्ती दवाओं तक पहुंच बनाए संगठन
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक्जीक्टूयिव बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया।
नई दिल्ली, 2 जून। केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक्जीक्टूयिव बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया। इस मौके पर उन्होंने WHO के एक्जीक्टूयिव बोर्ड के 149वें सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उद्योगों के लिए COVID-19 टीकों के बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) से चिपके रहने की कोई गुंजाइश नहीं है और संगठनों को प्रमुख दवाओं तक सस्ती पहुंच सुनिश्चित करने के तरीके खोजने चाहिए।
उन्होंने कहा, 'वर्तमान महामारी जैसे महत्वपूर्ण समय में, उद्योग के लिए बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) से चिपके रहने की कोई गुंजाइश नहीं है। कभी-कभी हम पाते हैं कि सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए उद्दोग बहुत कम इच्छुक होते हैं। सभी के लिए स्वास्थ्य के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अफॉर्डेबिलिटी भी एक प्रमुख कारक है।। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) जैसे अन्य लोगों के साथ डब्ल्यूएचओ को महत्वपूर्ण समय में ऐसी प्रमुख दवाओं तक सस्ती पहुंच सुनिश्चित करने के तरीके खोजने चाहिए।'
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डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा कि इस समय हमासे सामने सबसे बड़ी चुनौती वैक्सीन का समान रुप से वितरण करने की है। मेरा मानना है कि WHO में हम शक्तिहीनों और बेजुबानों की सेवा करने के लिए एकत्रित हुए हैं। हमें इस अंधेरे में आशा की किरण तलाशनी चाहिए। यह समय एक दूसरे का सहयोग करने और यह दिखाने का है कि दुनिया एक है। उन्होंने महामारी के दौर में सभी सदस्य देशों को लगातार समर्थन देने के लिए डब्ल्यूएचओ की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
उन्होंने आगे कहा कि, 'हमें यह समझना होगा कि आने वाले 2 दशकों तक हमें कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना है। इसलिए हमें विवेक के साथ काम करना होगा। इन चुनौतियों से निपटने के लिए हमें एक दूसरे के सहयोग से साथ काम करना होगा और WHO को इसमें अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।'
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उन्होंने आगे कहा, 'स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करने के लिए सभी राष्ट्रों द्वारा विचारों को साझा करना समय की सबसे बड़ी जरूरत है। ऐसे गंभीर वैश्विक संकट में, जोखिम प्रबंधन और शमन दोनों के लिए वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य में रुचि और निवेश को फिर से जगाने के लिए वैश्विक भागीदारी को और मजबूत करने की आवश्यकता है।' कार्यकारी बोर्ड के 149वें सत्र के साथ हर्षवर्धन ने अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'पिछले एक साल में कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में काम करना मेरे लिए सम्मान की बात रही...मैं काफी भावुक महसूस कर रहा हूं। क्योंकि महामारी संकट और आर्थिक उथल-पुथल के बीच बहुत सारे काम किए जाने बाकी हैं।'
अब इस पर पर केन्या के स्वास्थ्य मंत्रालय के कार्यकारी डायरेक्टर जनरल डॉक्टर पैट्रिक एमथ होंगे।