चीन को लेकर नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी के इस बयान से भारत को लग सकता है झटका, जानिए क्या कहा उन्होंने
नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता और जानेमाने अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अगर कंपनियां चीन से बाहर निकलती हैं, तो जरूरी नहीं है कि इसका फायदा भारत को होगा। उन्होंने कहा कि सभी लोग चीन को कोविड-19 के प्रकोप के लिए दोषी ठहरा रहे हैं, क्योंकि ये वायरस वहीं से फैला। बनर्जी ने कहा, 'कोरोना वायरस के प्रकोप के लिए चीन को दोषी ठहराया जा रहा है। लोग यहां तक कह रहे हैं कि इससे भारत को फायदा होगा क्योंकि कारोबार चीन से हटकर भारत में आएंगे। लेकिन हो सकता है यह सच न हो।'

उन्होंने कहा कि क्या होगा अगर चीन अपनी मुद्रा युआन का अवमूल्यन करता है। ऐसी स्थिति में चीनी उत्पाद सस्ते हो जाएंगे और लोग आगे भी उनके उत्पादों को खरीदना जारी रखेंगे। बनर्जी पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा राज्य में कोविड-19 का मुकाबला करने के लिये बनाए गए वैश्विक सलाहकार बोर्ड के सदस्य भी हैं। राहत पैकेज के लिए केंद्र द्वारा खर्च की जा रही धनराशि और जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के अनुपात के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और जापान जैसे देश अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का बड़ा हिस्सा खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''भारत ने अपने जीडीपी का एक प्रतिशत से भी कम 1.70 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। हमें जीडीपी के अनुपात में अधिक खर्च करना चाहिए।'' कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच केंद्र सरकार ने गरीबों की कठिनाई को कम करने के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक के पैकेज की घोषणा की है। बनर्जी ने कहा कि मुख्य समस्या यह है कि देश के लोगों के पास पर्याप्त खरीद क्षमता नहीं है।