कबाड़ बन जाएगी इंडियन नेवी की शान रही वॉरशिप आईएनएस विराट!
आज सूर्यास्त के बाद इंडियन नेवी से रिटायर हो जाएगी वॉरशिप आईएनएस विराट। इंडियन नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा अभी तक नहीं मिला है छह दशकों से समंदर पर रहने वाली वॉरशिप को कोई खरीददार।
मुंबई। आज सूर्यास्त के साथ ही इंडियन नेवी की वॉरशिप आईएनएस विराट भी रिटायर हो जाएगी। इसके रिटायरमेंट से पहले नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा है कि अगर अगले चार माह के अंदर विराट को कोई खरीददार नहीं मिला तो फिर इसे कबाड़ में बदल दिया जाएगा।
गुजरात में बनेगी कबाड़
इंडियन नेवी की फ्लैगशिप वॉरशिप रही आईएनएस विराट की डी-कमीशनिंग के बाद इसे तोड़ा जाएगा और फिर इसे कबाड़ में बदल दिया जाएगा। आईएनएस विराट ने छह दशक समंदर में बिताए हैं और हजारों मीलों का सफर तय किया है। आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से पहले इस बात की ओर इशारा किया गया था कि राज्य का टूरिज्म डिपार्टमेंट इस पुरानी वॉरशिप को म्यूजियम में तब्दील करेगा लेकिन इस प्रोजेक्ट में करीब 1,000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। रिटायर होने के बाद वॉरशिप गुजरात के अलंग की ओर जाएगी और यहीं पर इसे कबाड़ में बदला जाएगा। नेवी चीफ ने यह भी कहा है कि आईएनएस विराट को पानी में डुबोया भी जा सकता है ताकि यह गोताखोरों के लिए बड़ा आकआकर्षण बन सके। आईएनएस विराट ने इंडियन नेवी में 30 वर्ष और ब्रिटेन की रॉयल नेवी में करीब 27 वर्ष बिताएं हैं।
21 कमांडर्स रहेंगे मौजूद
सी हैरियर्स फाइटर्स, सी किंग और कोमोव हेलीकॉप्टर्स इस वॉरशिप को विदाई देंगे। इस वॉरशिप ने 11 लाख किलोमीटर का सफर तय किया है और यह दूरी दुनिया को 27 बार नापने के लिए काफी है। वर्ष 1989 में जब श्रीलंका में शांति अभियान छिड़ा तो आईएनएस विराट ने एक बड़ा रोल अदा किया और साथ ही वर्ष 2001 में जब संसद पर आतंकी हमला हुआ तो उसके बाद ऑपरेशन पराक्रम में भी इसकी योगदान रहा। मुंबई में आज जब इसे रिटायर किया जाएगा तो 22 में इसके 21 पूर्व कमांडर मौजूद रहेंगे। ऑपरेशंस के समय इस शिप के केंद्र में तापमान करीब 60 डिग्री तक बढ़ जाता था। इस हिस्से को दूसरे विश्व युद्ध के बाद निर्मित किया गया था और इसमें ज्यादा बदलाव नहीं हुए। पढ़ें-ब्रिटेन से आई वॉरशिप INS Viraat और बन गई इंडियन नेवी की पहचान