'अब वक्त आ गया घर पर भी मास्क पहनने का', कोरोना को लेकर केंद्र की नई एडवाइजरी
नई दिल्ली, अप्रैल 26: देश में कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने एक नई एडवाइजरी जारी की है। जिसके मुताबिक अब घर पर भी मास्क पहनने का वक्त आ गया है। इसके अलावा लोगों से बहुत ज्यादा जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने की बात कही गई है, ताकी ट्रांसमिशन की चेन को तोड़ जा सके। इसके पहले सरकार ने घर से बाहर निकलने पर ही मास्क पहनने की सलाह दी थी।
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NITI आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल के मुताबिक अगर किसी के परिवार में कोविड-19 का पॉजिटिव केस है, तो ये जरूरी है कि वो घर में भी मास्क पहने। ऐसा नहीं करने पर संक्रमण दूसरों को भी फैला सकता है। पहले कहा गया था कि बाहर निकलते वक्त ही मास्क पहनें, लेकिन अब वो ये कहना चाहते हैं कि वक्त आ गया है कि घर पर भी सभी मास्क पहने रहें। उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति संक्रमित है उसके लिए मास्क पहनना अनिवार्य है, लेकिन घर के अन्य हिस्से में रह रहे लोगों को भी मास्क लगाना चाहिए।
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वहीं एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगर किसी शख्स को कोविड के कोई भी लक्षण हों तो आप खुद को घर में आइसोलेट करें, रिपोर्ट आने का इंतजार न करें। कई बार RT-PCR टेस्ट नेगेटिव भी आ सकता है क्योंकि उसकी संवेदनशीलता 100% नहीं है। उस स्थिति में भी मानकर चलना चाहिए कि आपको कोविड है और उसका इलाज करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कई मरीज ऐसे हैं, जिनको दिक्कत नहीं रहती फिर भी घबराहट में भर्ती हो जाते हैं। अगर किसी को ज्यादा दिक्कत नहीं है तो उसे घर पर रह कर खुद का इलाज करवाना चाहिए।
क्या
है
इस
सिफारिश
के
पीछे
का
असली
कारण?
कोरोना
वायरस
से
बचाव
के
लिए
हमारा
मास्क
पहनना
जारूरी
है,
लेकिन
सरकार
की
नई
गाइडलाइन
के
पीछे
क्या
वजह
है?
इस
बात
की
जानकारी
होना
भी
आपके
लिए
बेहद
जरूरी
है।
घर
में
मास्क
पहनने
की
सिफारिश
के
पीछे
का
असली
कारण
यह
है
कि
अगर
आपके
घर
में
कोई
संभावित
कोरोना
मरीज
है
तो
उससे
परिवार
के
अन्य
सदस्यों
के
संक्रमित
होने
का
खतरा
कम
हो
जाता
है।
विशेषज्ञों
का
कहना
है
कि
भारत
की
बड़ी
आबादी
में
कोरोना
के
लक्षण
नहीं
दिखाई
दे
रहे
हैं।
ऐसे
में
ए
सिम्टोमैटिक
व्यक्ति
संक्रमण
के
प्रसार
को
घरों
में
भी
जारी
रख
सकता
है।
इसलिए
ऐसे
व्यक्ति
से
बचने
के
लिए
घर
में
6
फीट
की
दूरी
के
साथ
मास्क
पहनना
अनिवार्य
है।
क्या
पहले
किसी
और
देश
ने
की
इस
तरह
की
सिफारिश
?
भारत
से
पहले
अमेरिका
में
लगभग
ऐसी
ही
सिफारिश
की
गई
है।
यूएस
की
रोग
नियंत्रण
और
संरक्षण
केंद्र
(सीडीसी)
ने
कहा
कि
सोशल
डिस्टेंसिंग
के
अलावा
घर
में
अभी
भी
मास्क
पहना
जाना
चाहिए।
खसकर
तब
जब
आपके
परिवार
के
अन्य
सदस्य
घर
में
आस-पास
ही
हों।
सीडीसी
ने
विशेष
रूप
से
वृद्ध
लोगों
के
लिए
घर
में
मास्क
पहनने
का
निर्देश
दिया
था।
जरूरी
सामन
के
लिए
लोग
घरों
से
बाहर
जाते
हैं
ऐसे
में
वह
अपने
साथ
कोरोना
संक्रमण
भी
ला
सकते
हैं।
क्या
घर
में
मास्क
पहनने
के
फायदे
पर
की
गई
है
कोई
स्टडी?
घर
में
मास्क
पहनने
के
निर्देश
को
लेकर
सरकार
ने
उत्तरी
कैरोलिना
के
स्वास्थ्य
और
मानव
सेवा
विभाग
के
आंकड़ों
का
हवाला
दिया
है।
सरकार
के
मुताबिक
घर
में
रहने
वाले
दो
लोगों
के
बीच
6
फीट
की
दूरी
के
साथ
मास्क
पहनने
की
वजह
से
संक्रमण
के
प्रसार
का
जोखिम
न
के
बराबर
रहा।
जब
दो
लोग
मास्क
पहने
होते
हैं
तो
संक्रमण
का
खतरा
1.5
फीसदी
तक
कम
हो
जाता
है।
वहीं
अगर
घर
में
सिर्फ
संक्रमित
शख्स
की
मास्क
पहन
रहा
है
तो
उससे
दूसरे
सदस्य
के
कोविड
पॉजिटिव
होने
का
खतरा
5
फीसदी
हो
जाता
है।
जब
दोनों
में
से
अगर
किसी
ने
मास्क
नहीं
पहना
है
तो
यह
जोखिम
30
फीसदी
तक
बढ़
जाता
है।