डिजिटल इंडिया: मोबाइल में नेटवर्क नहीं, बात करने के लिए पेड़ पर चढ़ गए मोदी के मंत्री
मंत्री जी जोश में आ गए और लोगों में प्रभाव दिखाने के लिए कहा "मैं अभी अधिकारियों से फोन पर बात करता हूं।" इसके बाद मेघवाल ने अपने मोबाइल फोन से किसी अधिकारी को कॉल किया।
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को डिजिटल बनाने की मुहिम पर जोरो-शोरो से काम कर रहे हैं। लेकिन लगता है अभी उनको देश को डिजिटल बनाने का सपना पूरा करने में काफी लम्बा फासला तय करना पड़ेगा। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 'डिजिटल इंडिया' के तहत गांवों और शहरों के बीच की दूरी को कम करने का सपना देखा गया था। लेकिन इनके बीच अब भी लम्बी खाई है।
मोदी के मंत्री की मौजूदगी में खुली 'डिजिटल इंडिया' मुहिम की पोल
रविवार का दिन पीएम मोदी और उनके एक मंत्री के लिए आंखें खोलने वाला या यूं कहें कि सच्चाई से रू-ब-रू करवाने जैसा रहा। एक मंत्री को अपने ही संसदीय क्षेत्र में लोगों के उपहास का सामना करना पड़ा। दरअसल मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल अपने संसदीय क्षेत्र बीकानेर के एक गांव धोरलिया में दौरे के तहत पहुंचे। यहां पहुंचते ही लोगों ने उनके सामने शिकायतों का अंबार लगा दिया। इसे भी पढ़ें- भंवरी देवी हत्याकांड: 5 साल से फरारी काट रही मास्टर माइंड इंदिरा विश्नोई गिरफ्तार
लोगों ने सांसद महोदय को दैनिक उपभोग से जुड़ी समस्याओं से अवगत करवाया। लोगों ने कहा कि यहां न तो समय पर बिजली आती है और न ही पानी का कोई इंतजाम है। न अधिकारी सुनते हैं और न ही कर्मचारी। और तो और यहां से मोबाइल का नेटवर्क तक काम नहीं करता। इसके बाद मंत्री जी जोश में आ गए और लोगों में प्रभाव दिखाने के लिए कहा "मैं अभी अधिकारियों से फोन पर बात करता हूं।" इसके बाद मेघवाल ने अपने मोबाइल फोन से किसी अधिकारी को कॉल किया। लेकिन यहां मंत्री जी के मोबाइल से नेटवर्क ने 'बेवफाई' दिखा दी। इसे भी पढ़ें- पति ने दाढ़ी बनाने से किया इंकार तो पत्नी ने कर दिया यह खौफनाक कांड
काफी देर तक ट्राई करने के बाद भी जब मेघवाल को कॉल नहीं लगा तो गांव वालों ने ही उन्हें कॉल करने की युक्ति सुझाई। गांव वालों ने कहा कि यहां नीचे नेटवर्क नहीं आता है। कॉल करने के लिए पेड़ पर चढ़ना पड़ेगा। इस पर मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के लिए एक लकड़ी की सीढ़ी का बंदोबस्त किया गया। इसके बाद वे इस सीढ़ी पर चढ़े तब कहीं जाकर उनके फोन में नेटवर्क आया और वे बात कर सके। मेघवाल ने अधिकारियों को समस्याओं के जल्द निदान के लिए निर्देश दिए।
जिस समय मेघवाल सीढ़ी पर चढ़कर बात कर रहे थे गांव के कुछ युवकों ने उनकी फोटो खींच ली। और तो और युवकों ने मंत्रीजी पर फब्तियां भी कस दी कि जब आपके फोन में नेटवर्क नहीं आ रहा तो हमारा क्या होगा। बहरहाल अब बड़ा सवाल यही है कि जब गांवों में ठीक से नेटवर्क ही नहीं मिलेगा तो इंडिया 'डिजिटल' कैसे बनेगा। ये खुद प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के लिए सोचनीय विषय है।