नवजोत सिंह सिद्धू ने बताई जनरल बाजवा को झप्पी देने की वजह
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपने क्रिकेटर दोस्त इमरान खान के शपथ ग्रहण में पहुंचे और वहां जिस तरह से जनरल बाजवा से गले लगे हैं, उसके बाद अब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी पाकिस्तानी जनरल से सिद्धू की झप्पी बिल्कुल रास नहीं आई, जिसके बाद उन्होंने भी इसका कड़ा विरोध किया है। इस बीच सिद्धू ने अपनी झप्पी पर सफाई देते हुए कहा है कि अगर कोई आपके पास (पाक आर्मी चीफ बाजवा) आए और ये कहे कि हमारी संस्कृति एक ही है और हम गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर बॉर्डर खोल देंगे, तो ऐसे में मैं क्या करता?
पाकिस्तान से लौटते वक्त वाघा अटारी बॉर्डर पर सिद्धू ने पीओक के तथाकथित राष्ट्रपति के साथ बैठने से पैदा हुए विवाद पर कहा, 'अगर आपको कहीं मेहमान के रूप में आमंत्रित किया जाए, तो आप वहीं बैठेंगे जहां आपके लिए सीट की व्यवस्था की गई हो। मैं शपथ ग्रहण समारोह में कहीं और बैठा था, लेकिन उन्होंने मुझे वहां बैठने के लिए कहा।'
जनरल बाजवा से नवजोत सिंह सिद्धू की झप्पी और पीओक के तथाकथित राष्ट्रपति के पास बैठने का कैप्टन अनरिंदर सिंह ने आज खुलकर विरोध किया है। इससे पहले बीजेपी ने राहुल गांधी से सिद्धू को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की थी।
इमरान खान के शपथ समारोह में पहुंचकर सिद्धू विवादों में आ गए हैं। पाकिस्तान की दौरा कर स्वदेश लौटते वक्त वाघा अटारी बॉर्डर पर उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। बता दें कि इमरान खान के शपथ ग्रहण में सिद्धू ना सिर्फ पाकिस्तानी जनरल कमर जावेद बावजा को गले लगे, बल्कि दूसरा पीओके के तथाकित राष्ट्रपति मसूद खान के साथ बैठ दिखाई दिए थे।
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