पत्रकार शुजात बुखारी के सीने में 17 गोलियां उतारने वाला पाक फौजी का आतंकी बेटा नावीद जट ढेर
श्रीनगर। आखिरकार सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर और वॉन्टेड आतंकी नावीद जट को मार गिराया है। नावीद को बडगाम जिले में हुए एक एनकाउंटर में ढेर किया गया है। सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। नावीद, सीनियर जर्नलिस्ट शुजात बुखारी की हत्या में शामिल था। स्थानीय आतंकियों के साथ मिलकर उसने इस हत्या को अंजाम दिया था। पांच माह बाद सुरक्षाबलों को यह बड़ी कामयाबी मिली है। इस एनकाउंटर में दो और आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है।
सेना ने की पुष्टि
सेना की 15वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एके भट ने इस पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बडगाम में आज सुबह चलाए गए एक ऑपरेशन में दो आतंकियों को ढेर किया गया है। इसमें से एक आतंकी नावीद जट है। उन्होंने कहा कि माना जा रहा है जट, जर्नलिस्ट शुजात बुखारी की हत्या में शामिल थे। उन्होंने यह भी कहा कि एनकाउंटर में दो जवान भी घायल हो गए हैं और दोनों अस्पताल हैं। दोनों जवान फिलहाल खतरे से बाहर हैं। 14 जून को उसने दो और आतंकियों के साथ मिलकर बुखारी की हत्या को अंजाम दिया था। शुजात बुखारी कश्मीर के अंग्रेजी डेली राइजिंग कश्मीर के एडीटर-इन-चीफ थे। उन्हें उस समय आतंकियों ने गोली मारी थी जब वह श्रीनगर स्थित प्रेस एनक्लेव स्थित अपने ऑफिस से बाहर निकल रहे थे। बुखारी को 17 गोलियां मारी गई थीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। हमले में बुखारी के सिक्योरिटी गार्ड्स की भी मौत हो गई थी।
पांचवीं कक्षा का ड्रॉपआउट
नावीद जट पाकिस्तान के मुल्तान का रहने वाला था। वह अक्टूबर 2012 में जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर के रास्ते राज्य में दाखिल हुआ था।उसके पिता पाकिस्तान सेना से एक रिटायर्ड ड्राइवर थे। जट पांचवीं कक्षा का ड्रॉपआउट था और भाई उन मदरसों में पढ़ रहे हैं जो जमात-उद-दावा (जेयूडी) की ओर से संचालित होते हैं। जेयूडी, लश्कर की ही एक शाखा है और हाफिज सईद इसे लीड करता है। सूत्रों का कहना है कि साल 2013 में दाचीगाम के जंगलों में सर्दियां बिताने के बाद वह लश्कर के 21 और आतंकियों के साथ दक्षिण कश्मीर आ गया था। साल 2014 में उसे गिरफ्तार किया गया था। जट ने आरोप लगाया था कि उसे पुलिसकर्मियों और पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों की हत्या करने की जिम्मेदारी दी गई थी। जट ने मई 2013 में पुलवामा में एक पुलिस ऑफिसर की हत्या की और यहीं से वह लगातार खबरों में रहने लगा। बताया जाता है कि साल 2013 में शोपियां, त्राल, कुलगाम और दक्षिण कश्मीर की कुछ और जगहों पर पुलिस की पेट्रोल पार्टी पर हुए हमले के पीछे जट का ही हाथ था।
छह फरवरी को हुआ था फरार
बुधवार को सुरक्षाबलों को बडगाम के कुथपोरा इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इस इलाके को घेरा और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान उन पर फायरिंग की और फिर एनकाउंटर शुरू हो गया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों की ओर की गई फायरिंग का जवाब भी दिया। अथॉरिटीज की ओर से बडगाम में एनकाउंटर के बाद सावधानी बरते हुए इंटरनेट सर्विज को बंद कर दिया गया है। नावीद जट एक पाकिस्तानी नागरिक था। इसी वर्ष छह फरवरी को वह श्रीनगर के महाराजा हरि सिंह अस्पताल से पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था। इस एनकाउंटर के बाद से बडगाम में पत्थरबाजी का दौर जारी है।