भाजपा नेता का सिर लाने वाले को इमाम ने दिया 22 लाख देने का ऐलान
मुस्लिम इमाम ने भाजपा नेता का सिर लाने पर वाले को 22 लाख रुपए देने का किया ऐलान, भाजपा नेता ने ममता बनर्जी का सिर लाने वाले को 11 लाख देने का किया था ऐलान
नई दिल्ली। ममता बनर्जी के खिलाफ 11 लाख रुपए का इनाम घोषित करने वाले भाजपा नेता के खिलाफ मुस्लिम मौलवी ने 22 लाख रुपए का इनाम रखा है। उन्होंने ऐलान किया है जो भी भाजपा नेता का सिर काट कर लाएगा वह उसे 22 लाख रुपए का इनाम देंगे।
भाजपा नेता ने किया था 11 लाख का ऐलान
भाजपा नेता योगेश वार्ष्णेय ने टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ 11 लाख रुपए का ऐलान किया था, उन्होंने ऐलान किया था कि जो भी ममता बनर्जी का सिर लेकर आएगा वह उसे 11 लाख रुपए का इनाम देंगे। जिसके बाद कोलकाता में कई भगवाधारी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था जो रैली निकाल रहे थे।
शाही मस्जिद के इमाम हैं इनाम की घोषणा करने वाले
इमाम नूर उर रहमान बरकती ने कहा कि ममता बनर्जी हमारी सम्माननीय नेता हैं, हम उन्हें अपनी बहन की तरह मानते हैं, जो भी भाजपा नेता का सिर काटकर लाएगा मैं उसे 22 लाख रुपए का इनाम दुंगा, उन्होंने कहा कि फासिस्ट भाजपा और आरएसएस से इसी तरह की उपद्रवी भाषा की उम्मीद थी। रहमान बरकती कोलकाता के सुल्तान शाही मस्जिद के इमाम हैं।
संसद में उठा मुद्दा
आपको बता दें कि भाजपा नेता के बयान का मुद्दा राज्यसभा में भी उठा था, टीएमसी, कांग्रेस, लेफ्ट, सपा और बसपा के नेताओं ने इस बयान पर सरकार की जमकर आलोचना की। टीएमसी के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि भाजपा नेता ने लोगों के बीच ममता बनर्जी को बदनाम किया और उनके उपर इनाम रखा है। टीएमसी के सेक्रेटरी जनरल पार्थ चटर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी पर 90 बार जानलेवा हमले हुए हैं, कई आंदोलनों में उन्हें लेफ्ट के कार्यकाल में बाल पकड़कर घसीटा गया था और उनके साथ मारपीट भी की गई। लेखक नबादिता देब सेन ने कहा कि कोई इस तरह की बात कैसे कर सकता है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, समय आ गया है जब लोग ऐसे लोगों के खिलाफ एकजुट हों।
क्या कहा था भाजपा नेता ने
गौरतलब है कि भाजपा नेता वार्ष्णेय ने ममता बनर्जी के खिलाफ इनाम का ऐलान करते हुए कहा था कि जो भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाएएगा, मैं उसे 11 लाख रुपए का इनाम दुंगा, ममता बनर्जी ने कभी भी सरस्वती पूजा करने की इजाजत नहीं दी, राम नवमी और हनुमान जयंती के मौके पर लोगों पर लाठीचार्ज किया गया और उन्हें बुरी तरह से पीटा गया। ममता बनर्जी मुसलमानों के समर्थन में इफ्तार पार्टी तो करती हैं।