महबूबा मुफ्ती बोलीं- पीएम मोदी कश्मीर के लोगों का दिल जीतने की बात करते हैं, फिर इतनी हलचल क्यों?
श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती और पर्यटकों को वापस लौटने के आदेश के बीच के घाटी में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। सभी विपक्षी दल सरकार के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। इसी बीच जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री और पीडीपी की चीफ महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार शाम श्रीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि, आज सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी ने लोगों में अराजकता और भ्रम पैदा किया है।

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि, हालिया घटनाक्रम के कारण यहां भय का माहौल है। मैंने ऐसी घबराहट कभी नहीं देखी। एक तरफ, गवर्नर साहब कहते हैं कि स्थिति सामान्य है। दूसरी तरफ, अतिरिक्त बलों की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि, पीएम जम्मू-कश्मीर के लोगों का दिल जीतने की बात करते हैं। फिर, इस तरह की हलचल क्यों फैल रही हैं? अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को वापस भेजा जा रहा है। लेकिन, आप यह नहीं सोच रहे हैं कि जम्मू और लद्दाख के लोग कहां जाएंगे?
महबूबा ने कहा कि ऐसा क्या होने वाला है जो अचानक निजी गाड़ियों और जेकेएसआरटीसी की बसों में घाटी से बाहर के लोगों को भरकर तत्काल भेजा जा रहा है। आखिर आज तक घाटी के बाहर के लोगों को कश्मीर में कभी खतरा रहा है क्या? महबूबा ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आप जम्मू-कश्मीर को एक टेरिटरी का मसला समझ रहे हैं क्या? उन्होंने कहा कि हामारे संविधान निर्माताओं ने हमे ये अधिकार दिए हैं जिन्हें आज आप छीनने की कोशिश में लगे हैं।
महबूबा ने पीएम मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कश्मीर नीति का पालन करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि, घाटी की सलामती और खुशहाली के लिए यहां के लोग अबतक कुर्बानी देते आ रहे हैं। जो माहौल घाटी में बनाया जा रहा है वह सही नहीं है। यह समय हमारे लिए जीने मरने वाला है क्योंकि हमें जम्मू-कश्मीर की पहचान को बचाना है। उन्होंने कहा कि चुनाव तो कभी भी हो सकते हैं और सरकार किसी की भी बन सकती है लेकिन इस समय अपनी पहचान की रक्षा करना सभी मुख्यधारा की पार्टियों की जिम्मेदारी बनती है।
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