Measles-Rubella Outbreak In Mumbai: जानिए लक्षण, बचाव और इलाज
मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के बाद खसरा और रूबेला का संक्रमण फैल गया है। पूरे जिले में अब तक 90 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। जिसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ गई है। इसी को देखते हुए विभाग की तरफ से एक उच्च स्तरीय टीम का गठन करके जिले में केसेस को ट्रैक करने के लिए भेज दिया गया है। वहीं, बीएमसी की तरफ से टीकाकरण अभियान भी शुरू कर दिया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि खसरा के लक्षण क्या और इससे कैसे बच्चों का बचाव किया जा सकता है.......
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खसरा के लक्षण
-
हेल्थ
एक्सपर्ट्स
के
मुताबिक
खसरा-रूबेला
से
संक्रमित
होने
पर
व्यक्ति
में
लक्षण
10
के
बाद
दिखना
शुरू
होता
हैं।
इसकी
वजह
से
बुखार
सामान्य
या
तेज
रूप
से
आता
है।
-
सूखी
खांसी
होती
है।
यानि
कि
बलगम
आदि
नहीं
निकलता
है।
-
संक्रमित
व्यक्ति
या
बच्चे
के
गले
में
खरास
हो
जाती
है।
-
संक्रमण
की
वजह
से
आंखों
में
सूचन
भी
आ
जाती
है।
-
शरीर
पर
छोटे-छोटे
लाल
रंग
के
दाने
या
फिर
चकत्ते
निकल
आते
हैं।
जानें कैसे फैलता है खसरा?
खसरा मौसम परिवर्तन के कारण फैलता है। इसके कण हवा और अन्य गंदी जगहों पर विद्यमान होते हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। इसके अलावा यह रोग एक संक्रमित बच्चे से दूसरे संक्रमित बच्चे में खांसने, बात करने के दौरान या फिर सांस लने के दौरान संपर्क में आने से हो सकता है।
खसरा से बचाव का तरीका
खसरा और रूबेला से बचाव का तरीका सिर्फ और सिर्फ टीकाकरण कराना है। खसरा से बचाव के लिए बच्चों को मीजल्स वैक्सीन के 2 शॉट लगाए जाते हैं। खसरा के टीकाकरण में मीजल्स की वैक्सीन इसलिए प्रयोग की जाती है, क्योंकि अभी तक इसके टीके का अविष्कार नहीं हुआ है।
खसरा होने पर बच्चों को करने दें आराम
-
खसरा
या
रूबेला
होने
पर
बच्चे
को
ज्यादा
से
ज्यादा
आराम
करने
दें।
-
खसरा
और
रूबेला
से
संक्रमित
बच्चे
के
पास
किसी
अन्य
बच्चे
को
ना
जाने
दें.
-
डॉक्टर
से
सलाह
के
बाद
ही
बुखार
की
दवा
दें।
-
खुद
भी
बच्चे
को
जब
छुए
तो
हाथ
को
साबुन
से
जरूर
धोएं।