राहुल गांधी की ताजपोशी पर मणिशंकर को याद आया औरंगजेब, मोदी ने तुरंत किया हमला
नई दिल्ली। 2014 में नरेंद्र मोदी को चायवाला कहकर बुलाने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने सोमवार को राहुल गांधी की ताजपोशी से ऐन पहले विवादों का बवंडर खड़ा कर दिया। अय्यर के उठाए इस बवंडर में कोई विपक्षी नेता नहीं बल्कि उनकी पार्टी के सबसे बड़े नेता बनने जा रहे राहुल गांधी फंस गए हैं। मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी से जुड़े सवाल पर मुगल शासकों का जिक्र कर दिया। उन्होंने कहा कि क्या जहांगीर की जगह जब शाहजहां आए, तब क्या कोई इलेक्शन हुआ था? जब शाहजहां की जगह औरंगजेब आए तब क्या कोई इलेक्शन हुआ? इधर अय्यर ने राहुल की ताजपोशी के संबंध में मुगल शासक औरंगजेब का जिक्र किया और उधर गुजरात के धरमपुर में रैली के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने बिना देरी किए कांग्रेस को घेर लिया। मोदी ने अय्यर के बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस को औरंगजेब के काल का बता दिया। मोदी ने कहा कि औरंगजेब राज उन्हीं को मुबारक।
मोदी ने किए एक के बाद एक हमले
पीएम मोदी ने अय्यर के बयान का जिक्र करते हुए कहा, ' 'उनके नेता कहते हैं कि जहांगीर की जगह जब शाहजहां आए तब चुनाव हुआ? जब उनकी जगह औरंगजेब आए तब चुनाव हुआ था? जो बादशाह है, उसकी औलाद को ही सत्ता मिलेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खुद मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी नहीं बल्कि कुनबा है। औरंगजेब राज उनको मुबारक। हमारे लिए देश बड़ा है। हमारे लिए 125 करोड़ देशवासी यही भारत के भाग्य विधाता हैं।'
पहले भी चर्चा के केंद्र में आया था औरंगजेब
अप्रैल 2016 में औरंगजेब पर काफी बहस हुई थी। उस वक्त औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे कलाम के नाम पर कर दिया गया था। औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां से सत्ता छीन ली थी और उन्हें कैद कर दिया था। ऐसे में मणिशंकर अय्यर का राहुल गांधी की ताजपोशी का जिक्र करते वक्त औरंगजेब का नाम लेना भी बीजेपी के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है।
क्या बोले मणिशंकर अय्यर, पढ़ें पूरा बयान
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे कांग्रेस के ही नेता और रॉबर्ट वाड्रा के रिश्तेदार शहजाद पूनावाला के सवाल पर मणिशंकर अय्यर ने कहा कि एक तो जहांगीर की जगह पर शाहजहां आए...तब कोई इलेक्शन हुआ। जबकि शाहजहां की जगह औरंगजेब आए... कोई इलेक्शन हुआ? नहीं, पहले से पता था कि जो भी बादशाह हैं उनकी जो औलाद है, वो ही बनेंगे, वो ही बनेंगे और आपस में वो लड़ें तो अलग बात है। लेकिन डेमोक्रेसी में चुनाव होता है। शहजाद पूनावाला... आमंत्रण मैं दे रहा हूं, कि आपको यहां आकर खड़ा होना हो तो पहुंच जाइए, अपना एप्लीकेशन दीजिए और आपने शहजाद पूनावाला का पहले कभी नाम भी सुना था।
राहुल की ताजपोशी को बताया कांग्रेस इतिहास का माइलस्टोन
जब भी आप रास्ते पर चलते हो तो माइलस्टोन आते हैं रास्ते पर... जो बताते हैं कि अहमदाबाद 20 किलोमीटर...अहमदाबाद 15 किलोमीटर। इस प्रकार का एक माइलस्टोन है कांग्रेस के इतिहास में कि एक नए प्रेजीडेंट चुनकर आने वाले हैं और अभी हम पहुंचे हैं उनका नामांकन करने के लिए। और कोई उम्मीदवार अपना नामांकन करवाना चाहते हैं तो खुलेआम उनको छूट है। यदि और कोई नामांकन नहीं हुआ तो इसका (मतलब राहुल गांधी के नाम का) ऐलान हो जाएगा।