जमीन कब्जे के आरोपों पर अमृत्य सेन को ममता बनर्जी की चिट्ठी, कहा- मैं बहन की तरह आपके साथ हूं
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय में अवैध तरीके से जमीन कब्जाने के आरोपों का सामना कर रहे नोबेल पुरस्कार विजेता अमृत्य सेन को सीएम ममता बनर्जी का साथ मिला है। ममता बनर्जी ने अमृत्य सेनपर लगे आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताते हुए उनके साथ खड़े होने के बात कही है। ममता ने शुक्रवार को अमृत्य सेन को चिट्ठी लिखकर उनको अपना समर्थन जताया है।
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ममता बनर्जी ने कहा है, अमर्त्य दा आपके प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। हाल ही में आपके बारे में जो मीडिया में कहा गया है, उसे सुनकर बहुत पीड़ा होती है। कोई ये विश्वास नहीं कर सकता कि आप जमीन पर कब्जा कर सकते हैं। आपने औप आपके परिवार ने जो सेवा शांति निकेतन और बंगाल के लिए की है, वो सबके सामने है। आपको इससे जो पीड़ा हो रही होगी, उसके लिए मैं माफी मांगती हूं।
ममता बनर्जी ने कहा कि अमर्त्य सेन के खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है क्योंकि वो बीजेपी की विचारधारा का समर्थन नहीं करते हैं। मैं अमृत्य सेन से कहना चाहती हूं कि एक बहन और दोस्त की तरह इस लड़ाई में हर कदम मैं आपके साथ खड़ी हूं। ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि भाजपा लगातार बंगाली अस्मिता पर हमला कर रही है और हमारे सम्मानित लोगों का अपमान कर रही है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्या है मामला?
नोबल पुरस्कार से सम्मानित और दुनिया के बड़े अर्थशास्त्रियों में शुमार प्रोफेसर अमर्त्य सेन पर विश्वभारती विश्वविद्यालय में कथित तौर पर जमीन कब्जाने के आरोप लगे हैं। जानकारी के मुताबिक, विश्वभारती विश्वविद्यालय मैनेजमेंट ने बंगाल सरकार को विश्वविद्यालय के कई भूखंडों पर अवैध रूप से कब्जा करने वालों की सूची भेजी है। उस सूची में नोबेल विजेता अमर्त्य सेन का भी नाम शामिल है।