ममता बनर्जी ने कहा- मैं चाहती तो कहीं से भी चुनाव लड़ सकती थी लेकिन...
कोलकाता: लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि वह देश के किसी भी हिस्से से चुनाव लड़ सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है क्योंकि वह मतों का विभाजन नहीं चाहती हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि राज्य में क्षेत्रीय पार्टियों का मजबूत रहना आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार से भी चुनाव लड़ सकती हूं।
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं चाहती हूं कि क्षेत्रीय दल आगे बढ़ें, बिहार में लालू यादव, उत्तर प्रदेश में मायावती, और अखिलेश यादव और दिल्ली में आम आदमी पार्टी मैंने सभी को एक साथ लाने के लिए सभी की मदद की। ममता बनर्जी ने कहा कि हम असम में 9 सीटों पर चुनाव लड़ते हैं, जिसमें एक अंडमान, ओडिशा में 2 से 4 और हम झारखंड से तीन से चार सीटों से चुनाव लड़ेंगे।
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ममता बनर्जी ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान पश्चिम बंगाल पर है। हम राज्य में सत्ता में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। विकास के लिए सभी को वोट बहुत महत्वपूर्ण है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत हैं उन्हें अपने क्षेत्र से वोट नहीं खोना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां कही भी क्षेत्रीय दल मजबूत होते हैं, उन्हें अपने क्षेत्र से वोट नहीं खोना चाहिए। इसके अलावा ममता बनर्जी ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस केंद्र में अगली सरकार बनाने में मदद करेगी और उन्होंने लोगों से अपनी पार्टी को वोट देने का आग्रह किया।
ममता बनर्जी ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने या नागरिकता विधेयक में संशोधन किए जाने की अनुमति नहीं देगी। इसके अलावा ममता बनर्जी ने एयर इंडिया का जिक्र भी करते हुए कहा कि फ्लाइट में यात्रियों को खाने में केवल वेज ही परोसा जाता है। इसका मतलब है कि पीएम चाहते हैं कि लोग क्या खाना खाए। लेकिन हम जो खाना चाहते हैं वहीं खाएंगे। ये मेरी च्वाइस है कि मुझे कब, कहा क्या खाना है और क्या नहीं खाना है।
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