मोदी vs दीदी से लेकर रजनीकांत की राजनीति में एंट्री तक, 2021 की इन सियासी घटनाक्रम पर होगी सबकी नजर
मोदी vs दीदी से लेकर रजनीकांत की राजनीति में एंट्री तक, 2021 की इन सियासी घटनाक्रम पर होगी सबकी नजर
Major Political Events in 2021: साल 2020 के जाने में बस कुछ ही दिन बचे हैं। ये साल कोरोना वायरस की वजह से किसी भी क्षेत्र के लिए कुछ खास यादगार नहीं रहा। कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से कई बड़े राजनीतिक कार्यक्रम से लेकर मनोरंजन के इवेंट को टालना पड़ा या फिर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया। साल 2020 में राजनीति में सबसे महत्वपुर्ण घटनाक्रम भारत में बिहार चुनाव रहा। ग्लोबली बात की जाए तो अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में महामारी के दौर में ही नवंबर में हुआ। लेकिन आने वाले साल 2021 राजनीति के हिसाब से अहम होने वाला है। साल 2021 में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु सहित पांच राज्यों का विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल अप्रैल से जून के बीच खत्म हो जाएगा।
पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में साल 2021 में विधानसभा का चुनाव होना है। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। चुनाव आयोग ने भी अगले साल अप्रैल-मई में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। तो आइए आपको साल 2021 के महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में बताते हैं। (Know about Major Political Events 2021)
1. 2021 में भारत में सबसे बड़ा पश्चिम बंगाल का चुनाव होने वाला है। इस चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बनाम पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी में मुकाबला है। राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने पश्चिम बंगाल चुनाव की तैयारियां नवंबर 2020 से ही शुरू कर दी हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों को लेकर अमित शाह ने दावा किया है कि इस चुनाव में बीजेपी को 200 से सीटें मिलेंगी। बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए।
पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव 2021 में मई या जून में संभव है। ममता बनर्जी का कार्यकाल 27 मई 2016 से 26 मई 2021 तक का है। पिछले चुनाव में TMC को 211 सीटें, कांग्रेस को 44, लेफ्ट को 26 और बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
2. दूसरा सबसे बड़ा राजनीति घटनाक्रम तमिलनाडु का चुनाव होगा। इसके पीछे की दो बड़ी वजह है। पहली, तमिलनाडु के दो दिग्गज नेता स्व. जे. जयललिता और एम. करुणानिधि के बिना राज्य का ये पहला पूर्ण राज्य विधान सभा चुनाव होगा। दूसरा, इसी चुनाव से साउथ की फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत राजनीति में एंट्री करेंगे। अभिनेता रजनीकांत ने जनवरी 2021 में अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करने का एलान किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी तमिलनाडु विधानसभा के लिए चुनाव लड़ेगी। रजनीकांत के समर्थक और चाहने वाले 90वें के दशक से इस घोषणा के इतंजार में थे।
रजनीकांत ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि 31 दिसंबर को वह अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे और लॉन्च जनवरी 2021 में करेंगे। तमिलनाडु विधानसभा 234 सीटे हैं। बहुमत के 118 सीटें चाहिए। यहां पर चुनाव मई 2021 में होना है। फिलहाल यहां पर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) की सरकार है और सीएम इ पलानीस्वामी हैं। पिछले चुनाव में AIADMK ने 136 सीटे और डीएमके ने 89 सीटें जीती थीं।
3. 2021 में तीसरा सबसे बड़ा राजनीति घटनाक्रम केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर का विधानसभा चुनाव हो सकता है। हालांकि साल 2021 में यहां चुनाव होंगे भी या नहीं, इसकी कोई अधिकारिक जानकारी नहीं है। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के आधार पर दावा किया गया है कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव 2021 में हो सकता है। अगर जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव होते हैं तो ये अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहला विधानसभा चुनाव होगा। जहां मुकाबला बीजेपी बनाम अन्य विपक्षी पार्टी में होगा।
जम्मू और कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने के बाद से नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस सहित सारी विपक्षी पार्टियां एक साथ आ गई हैं। लद्दाख डिवीजन जम्मू और कश्मीर से अलग होने के बाद, विधानसभा की कुल सीटों की संख्या 87 से घटकर 83 हो गई है। क्योंकि लेह, कारगिल, जांस्कर, और नुब्रा की चार सीटें अब जम्मू-कश्मीर का हिस्सा नहीं है।
4. इसके अलावा केरल विधानसभा का चुनाव भी अहम हो सकता है। लेकिन अभी इस चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने अपना रुख साफ नहीं किया है। बीजेपी इस राज्य के चुनाव में कैसा प्रचार करती है, इसका आकलन करना अभी मुश्किल है। केरल की 140 विधानसभा सीटों में बहुमत का आंकड़ा 71 है। फिलहाल यहां सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की सरकार है और पिनाराई विजयन सीएम है। वहीं असम और पुडुचेरी का चुनाव में कोई खास दिलचस्पी देखने को नहीं मिलेगी।
5. ग्लोबल राजनीति की बात की जाए तो अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडेन का शपथ ग्रहण समारोह बड़ा सियासी घटनाक्रम होगा। 20 जनवरी 2021 को जो बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति पद का शपथ ग्रहण करेंगे। इसी के साथ 20 जनवरी से वो अधिकारिक तौर पर व्हाइट हाउस का काम सम्भालेंगे। जो बाइडेन के साथ-साथ भारतीय मूल की कमला हैरिस भी अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी।