नोटबंदी का असर! चुनाव में भाजपा को 324 में से मिलीं सिर्फ 81 सीटें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद इन चुनावों के नतीजों को काफी अहम माना जा रहा था। महाराष्ट्र में चूंकि भाजपा की सरकार है, इसलिए भी ये नतीजे काफी अहम थे।
मुंबई। नोटबंदी के फैसले को लेकर सड़क से संसद तक मचे सियासी घमासान के बीच महाराष्ट्र में बुधवार को हुए नगर परिषद चुनाव के दूसरे चरण के नतीजे घोषित कर दिए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद इन चुनावों के नतीजों को काफी अहम माना जा रहा था। महाराष्ट्र में चूंकि भाजपा की सरकार है, इसलिए भी ये नतीजे काफी अहम थे।
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नगर परिषद में पार्षदों की 324 सीटों के लिए हुए इस चुनाव में एनसीपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। एनसीपी ने 324 में से 93 सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि भाजपा एनसीपी से ज्यादा दूर नहीं रही।
निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं भाजपा से ज्यादा सीटें
भाजपा को इन चुनावों में कुल 81 सीटें मिली है। कांग्रेस के खाते में 45 सीटें गई हैं। सबसे बुरा हाल शिवसेना का रहा, जिसे इन चुनावों में महज 23 सीटें ही मिल पाईं।
पहले राउंड की तरह ही स्वतंत्र उम्मीदवारों ने इस राउंड में भी अपनी जीत का क्रम जारी रखा। निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुल 82 सीटों पर कब्जा जमाया है। यानी उन्होंने भाजपा को भी पीछे छोड़ दिया है।
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हालांकि 14 नगर परिषद के अध्यक्षों के लिए हुए चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया है। वहीं, एनसीपी को 2 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली हैं।
5 सीटें मिलने से भाजपा के खेमे में खुशी
इनके अलावा शिवसेना को एक सीट से ही संतोष करना पड़ा है। 3 सीटें अन्य दलों के खाते में गई हैं जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है।
हालांकि इन चुनावों को लेकर भाजपा ने बड़े दावे किए थे लेकिन पार्टी का प्रदर्शन दावों के मुताबिक नहीं रहा। अध्यक्ष पद पर 5 सीटें मिलने से जरूर भाजपा के खेमे में खुशी का माहौल है।
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आपको बता दें कि महाराष्ट्र में नगर परिषद चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को 72.18 प्रतिशत लोगों ने अपने वोट का प्रयोग किया था।
यह चुनाव लातूर और पुणे में 14 नगर परिषद अध्यक्षों और 324 पाषर्दों के लिए हुआ था। इन सीटों के लिए कुल 1326 प्रत्याशी मैदान में थे।