कांग्रेस में घमासान जारी, मध्य प्रदेश की मंत्री ने मांगा कमलनाथ का इस्तीफा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में लगातार इस्तीफों का दौर जारी है। कई दूसरे नेताओं के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी ने भी इस्तीफा दे दिया है। कुछ नेताओं के खिलाफ पार्टी के भीतर से ही विरोध की आवाज उठ रही है। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री इमरती देवी ने कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की है। इमरती देवी ने कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया को दी जाए।
सिंधिया को बनाया जाए प्रदेश अध्यक्ष: इमरती
मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वो राहुल गांधी से मांग करेंगी कि सीएम कमलनाथ से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर हालिया लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत हुई है। कांग्रेस को एक सीट मिल सकी है।
ईवीएम की वजह से हारे ज्योतिरादित्य
इमरती देवी को मध्य प्रदेश कांग्रेस में ज्योतिरादित्य का करीबी माना जाता है। लोकसभा चुनाव में सिंधिया की हार को लेकर इमरती देवी ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। इमरती ने कहा कि गुना-शिवपुरी में ज्योतिरादित्य सिंधिया का हार जाएं, ये उन्हें मुमकिन नहीं लगता। क्षेत्र की जनता ने उन्हें वोट दिया लेकिन ईवीएम के चलते वो हारे।
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राहुल ने दे दिया है अध्यक्ष पद से इस्तीफा
राहुल गांधी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा की पेशकश की थी। जिसके बाद से पार्टी नेता उनको पार्टी पर बने रहने के लिए कह रहे थे। करीब एक महीने से यही स्थिति बनी हुई थी और उनको मनाने का दौर जारी था लेकिनबुधवार को राहुल ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर चार पेज का इस्तीफा पोस्ट किया है। राहुल ने अपने इस्तीफे में लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते 2019 के चुनाव में हार के लिए मैं जिम्मेदार हूं। पार्टी के तरक्की और भविष्य के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए मुश्किल फैसले लेने की की जरूरत होती है। यह ठीक नहीं होगा कि 2019 की नाकामी के लिए बहुत सारे लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाए। पार्टी अध्यक्ष होने के नाते यह नाइंसाफी होगी कि मैं दूसरों को जिम्मेदार ठहराऊं और अपनी जिम्मेदारी को नजरअंदाज कर दूं।
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