मध्य प्रदेश में चिट्ठी की सियासत: राज्यपाल ने स्पीकर के पत्र का दिया जवाब
मध्य प्रदेश में अब राज्यपाल ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी, लापता विधायकों को लेकर जताई चिंता
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश का सियासी संकट सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। चिट्ठियों का दौर जारी है। पहले राज्यपाल, फिर कमलनाथ, फिर विधानसभा स्पीकर ने चिट्ठी लिखी तो अब राज्यपाल ने स्पीकर की चिट्ठी का जवाब उन्हें दिया है। पहले राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर बहुमत साबित करने के निर्देश दिए। इस खत के जवाब में कमलनाथ ने पहले बंदी बनाए 16 कांग्रेसी विधायकों को आजाद करने की मांग की। इसके बाद विधानसभा स्पीकर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर लापता विधायकों की वापसी सुनिश्चिचित करने की मांग की है। अब राज्यपाल लालजी टंडन ने उनके पत्र का जवाब दिया है।
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राज्यपाल लालजी टंडन ने स्पीकर नर्मदा प्रजापति द्वारा लापता विधायकों को लिखी गई चिट्ठी के संबंध में लिखे गए पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने अपने पत्र में विधानसभा स्पीकर से ही सवाल पूछ लिए। लापता विधायकों के संबंध में उन्होंने लिखा कि उनके पत्र लगातार उन्हें और स्पीकर को मिल रहे हैं, लेकिन तथाकथित लापता विधायकों ने किसी भी पत्र में अपनी सुरक्षा या किसी भी समस्या को लेकर कोई प्रश्न नहीं उठाया है। वहीं उन्होंने कहा कि उनके वीडियो और तस्वीरें मीडिया में आ रही है और अब ये मामला भी सुप्रीम कोर्ट में पहुंच चुका है।
आपको बता दें कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने राज्यपाल को पत्र लिखा था , जिसमें उन्होंने गुज़ारिश की है कि वो 16 विधायकों की सुरक्षित वापसी के लिए कुछ ठोस कदम उठाएं। इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच चिट्टी की अदला-बदली चली। राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट करवाने को लेकर कमलनाथ को पत्र लिखा तो वहीं मुख्यमंत्री हर जवाब में आनाकानी करते नजर आए।
MP: स्पीकर ने राज्यपाल से कहा- 'व्यक्तिगत रूप से नहीं मिला 16 विधायकों का इस्तीफा', जीवन को खतरा
Madhya Pradesh Governor Lalji Tandon has written to Assembly Speaker NP Prajapati. Letter states,"Both of us have been receiving letters from the supposedly missing MLAs. In their letters, wherever they are at present, they have not mentioned any difficulties being faced by them" pic.twitter.com/HPMhXHScPN
— ANI (@ANI) March 17, 2020