इतिहास में पहली बार लाइव हुई बाबा बर्फानी की आरती, देखिए अमरनाथ की तस्वीरें
देखिए, सावन के पहले सोमवार के दिन हिमालय की अमरनाथ गुफा से बाबा बर्फानी की तस्वीरें....
नई दिल्ली। इतिहास में पहली बार रविवार को श्रद्धालुओं के लिए हिमालय की अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी की आरती का दूरदर्शन चैनल पर लाइव प्रसारण किया गया। आरती के लाइव प्रसारण और बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने विशेष इंतजाम किए थे। कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के कारण जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इस बार अमरनाथ यात्रा पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए आरती के लाइव प्रसारण का फैसला लिया गया। ऐसे में सावन के पहले सोमवार के दिन आप भी देखिए बाबा अमरनाथ की तस्वीरें।
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इन लोगों ने की बाबा बर्फानी की आरती
रविवार को आषाढ़ पूर्णिमा के मौके पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने भगवान अमरनाथ की आरती की। इस दौरान उनके साथ उनके प्रमुख सचिव और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिपुल पाठक, एडिशनल सीईओ एके सोनी और डिवीजन कमिश्नर सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजदू थे।
एक दिन में केवल 50 श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति
जम्मू-कश्मीर प्रशासन की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक, रविवार को हुई बाबा बर्फानी की आरती में अधिकारियों के अलावा काफी कम लोगों को ही शामिल होने की अनुमित मिली। प्रशासन की तरफ से जो निर्देश दिए गए हैं, उनमें एक दिन में केवल 50 श्रद्धालुओं को ही सड़कर मार्ग से 3880 मीटर ऊंची पवित्र गुफा तक जाने की इजाजत है।
बालटाल ट्रैक से शुरू हो सकती है यात्रा
बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा 23 जुलाई से बालटाल ट्रैक से शुरू होकर 3 अगस्त तक जारी रह सकती है। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा इससे पहले दो मार्गों- अनंतनाग के पहलगाम और गांदरबल के बालटाल से 23 जून को शुरू होनी थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए यात्रा की तारीख और मार्ग में बदलाव किया गया है।
3 अगस्त तक होगा आरती का लाइव प्रसारण
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए उपराज्यपाल जीसी मुर्मू अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रविवार तड़के ही गुफा पहुंच गए थे, जिसके बाद आरती का लाइव प्रसारण किया गया। अधिकारी ने बताया कि प्रसार भारती ने आरती का लाइव प्रसारण किया जो 3 अगस्त तक होता रहेगा।
साल 2018 में 60 दिनों की हुई थी अमरनाथ यात्रा
आपको बता दें कि पिछले साल जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकी खतरे के अलर्ट को देखते हुए अमरनाथ यात्रा के कार्यक्रम में कटौती कर दी गई थी। सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालु अपने-अपने घरों को वापस लौट जाएं। वहीं, इससे पहले साल 2018 में अमरनाथ यात्रा 60 दिनों की रही थी।
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर कई बार हो चुके हैं आतंकी हमले
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक अमरनाथ यात्रा पर हर साल देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जाते हैं। कई बार अमरनाथ यात्रा के रूट पर आतंकी हमले भी हो चुके हैं। साल 2017 में अनंतनाग जिले में गुजरात के श्रद्धालुओं की एक बस पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 7 यात्री मारे गए थे।
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