ये तीन दिग्गज मोदी के खिलाफ विपक्ष को करेंगे एकजुट, देशभर में घूमेंगे
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रस्ताव रखा है कि यूपी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और वो खुद, तीनों को विपक्ष को एकजुट करने के लिए मिलकर सामने आना चाहिए।
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नई दिल्ली। देश के तमाम राजनीतिक दलों के बीच 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी संग्राम का शंखनाद हो चुका है। लोकसभा की जंग जीतने के लिए राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता रणनीति बनाने में जुट गए हैं। इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रस्ताव रखा है कि यूपी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और वो खुद, तीनों को विपक्ष को एकजुट करने के लिए मिलकर सामने आना चाहिए। शरद पवार ने कहा है कि हम तीनों को ही 'प्रधानमंत्री बनने की बिना किसी महत्वाकांक्षा के' देशभर में घूमकर और जनता को भरोसा दिलाकर 2019 में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष तैयार करने की भूमिका निभानी चाहिए।
'एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बनें मायावती'
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्म को दिए एक इंटरव्यू में शरद पवार ने पहली बार मायावती की बहुजन समाज पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए भी आमंत्रित किया। शरद पवार ने कहा कि हालांकि गठबंधन को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती से उनकी कोई चर्चा नहीं हुई है लेकिन उन्हें खुशी होगी, अगर वो हमारे साथ आती हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बसपा के साथ आने से विपक्ष को फायदा होगा।
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'इंदिरा गांधी की तरह मोदी से भी मोहभंग'
2019 के लोकसभा चुनाव के लिए एक विस्तृत रोडमैप तैयार करते हुए शरद पवार ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक हालात बिल्कुल 1975-77 के हालातों की तरह हैं। पवार ने कहा, 'इस समय देश की जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उसी प्रकार मोहभंग हो चुका है, जिस तरह इंदिरा गांधी से हुआ था। इंदिरा गांधी की तरह ही मोदी ने भी इस समय मीडिया, सरकार और सरकारी एजेंसियों पर कब्जा जमा लिया है। उस वक्त भी देश की जनता सत्ता को चुनौती देने के लिए एक वैकल्पिक मंच, संगठन और नेता की कमी महसूस कर रही थी।'
'प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं'
शरद पवार ने आगे कहा, 'मुझे ईमानदारी से लगता है कि विपक्ष के कुछ नेता ऐसे हैं जिनमें प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, जिनमें सोनिया गांधी, एचडी देवेगौड़ा और खुद मैं भी शामिल हूं। कम से कम मैं अपने लिए तो ऐसा कह ही सकता हूं, लेकिन मुझे विपक्ष की इन सभी ताकतों को एक साथ लाने और एक व्यवहारिक विकल्प प्रदान करने की महत्वाकांक्षा है। इसके लिए हम लोगों में से कुछ को, जिनके मैंने नाम लिए है, देशभर में घूमना होगा और जनता के अंदर एक विश्वास पैदा करना होगा, क्योंकि आज कोई जयप्रकाश नारायण मौजूद नहीं है।'
'राहुल ने काफी सुधार किया है'
पवार ने कहा कि विपक्ष को इस वक्त राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाने के बजाय राज्य स्तर पर गठबंधन बनाकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए। विपक्ष में नेतृत्व के सवाल पर शरद पवार ने कहा कि इसका फैसला चुनावों के बाद होना चाहिए। पवार ने गठबंधन को लेकर कांग्रेस को एक तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देते हुए कहा कि उन्होंने हाल के दिनों में महसूस किया है कि राहुल गांधी ने सियासी तौर पर काफी सुधार किया है।
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