मोदी पर कांग्रेस का बड़ा आरोप, कहा- पूर्व बीजेपी अध्यक्ष के निधन के बाद 'चुराया' उनका प्लॉट
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी से गुजरात के गांधीनगर में दो प्लॉट को लेकर सवाल खड़े किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते वाराणसी लोकसभा सीट से हलफनामा दाखिल किया है। इस हलफनामे का जिक्र करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सवाल किया, "पीएम मोदी का प्लॉट नंबर 401 और 411 में से है कौन सा? पहले हलफनामे में उन्होंने 2002 में प्लॉट नंबर 411 बताया था। उसके बाद आप 401 ए प्लॉट नंबर पर आ गए, प्लॉट नंबर 411 का जिक्र खत्म हो गया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि ये Amalgamate हो गए थे चार प्लॉट थे, यानी चार प्लॉट जोड़ दिए गए थे।" कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "ये अलॉटेड प्लॉट्स हैं जिसे गुजरात सरकार विधायकों, सांसदों और चुनिंदा अधिकारियों को अलॉट करती है। अब हलफनामे में प्रधानमंत्री मोदी ने लिख दिया है Amalgamated। इस संबंध में और जांच पड़ताल के बाद पता चला कि जो ये अलॉटेड प्लॉट्स हैं ये ट्रांसफर नहीं हो सकते, बेचे नहीं जा सकते। जब ये प्लॉट ट्रांसफर और बेचे नहीं जा सकते तो Amalgamate कैसे होते हैं, जुड़ कैसे जाते हैं।"
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने बताया कि इस प्लॉट के संबंध में 26 अप्रैल को पीएम मोदी के वाराणसी से नामांकन के पहले हमने ये मुद्दा उठाया था। जिसके बाद बीजेपी की ओर से इस संबंध में ट्वीट आया था। पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया, जिसका प्लॉट पीएम मोदी ने अपने प्लॉट में जोड़ा उनका नाम है पूर्व भाजपा अध्यक्ष स्वर्गीय जनाकृष्णमूर्ति। सितंबर 2007 में उनका निधन होता है उसके सात महीने बाद ये प्लॉट उनके प्लॉट में जुड़ जाता है।" इसी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि आखिर इस प्लॉट को Amalgamate करने की स्वीकृति कहां से मिली। क्या कोई मृत व्यक्ति इसके लिए अपनी मंजूरी दे सकता है? इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी और अरुण जेटली से सबूत मांगा है। पवन खेड़ा ने कहा कि अरुण जेटली का भी उस प्लॉट में हिस्सा है। चार प्लॉट को एक बना दिया गया। अरुण जेटली अपने हलफनामे में कहते हैं कि एक चौथाई उनका है। एक चौथाई पीएम मोदी कहते हैं उनका है। बाकी दो प्लॉट एक स्वर्गीय जनाकृष्णमूर्ति का है एक और बीजेपी के बड़े नेता का है।"
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पूर्व भाजपा अध्यक्ष स्वर्गीय जनाकृष्णमूर्ति के प्लॉट को लेकर उठाए सवाल
इसी प्लॉट के संबंध में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर पूर्व भाजपा अध्यक्ष स्वर्गीय जनाकृष्णमूर्ति का प्लॉट 'चुराने' का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने हलफनामे में प्लॉट को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। प्लॉट का अलॉटमेंट को लेकर एक झूठ कि मैं एक चौथाई का हिस्सेदार हूं, प्लॉट का Amalgamation गैरकानूनी है, कांग्रेस ने इसका सबूत पेश करने के लिए कहा है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दावा किया कि पीएम मोदी से पूछा जाना चाहिए कि उनका भूखंड कौन सा है क्योंकि 2002 में पहले हलफनामे में उन्होंने कहा कि प्लॉट 411 उनका है, फिर अगले हलफनामे में कहा कि 401/ए उनका है और इसमें भूखंड संख्या 411 का कोई जिक्र नहीं था। इसी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने पीएम मोदी से उनके प्लॉट को लेकर सवाल किया है।
राजीव गांधी को लेकर पीएम मोदी की टिप्पणी पर किया पलटवार
यही नहीं पवन खेड़ा ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, राजीव गांधी पर आपकी टिप्पणी बीमार मानसिकता को दर्शाती है। एक दिवंगत व्यक्ति ने साबित कर दिया वो देश के लिए कुछ करने के लिए तैयार था। ये कांग्रेस पार्टी के नेता का अपमान नहीं है, ये देश के एक लाडले का अपमान है। देश इस टिप्पणी को लेकर आपको माफ करने के मूड में नहीं है।