जमातियों के सवाल पर भड़कीं ममता बनर्जी, कहा- 'ऐसे सांप्रदायिक सवाल मत पूछो'
कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के उन लोगों के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया, जो पिछले महीने दिल्ली में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जो कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के लिहाज से एक 'हॉटस्पॉट' साबित हुआ है। इस कार्यक्रम के बाद तबलीगी जमात से जुड़े लोग अलग-अलग राज्यों में रवाना हो गए थे, जिनकी पहचान की जा रही है।
सवाल-जवाब को एडिट कर पोस्ट किया गया लिंक
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब ममता बनर्जी से पूछा गया कि तबलीगी जमात द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाले पश्चिम बंगाल के लोगों को क्या ट्रेस किया जा रहा है, तो मुख्यमंत्री इस सवाल पर भड़क गईं। उन्होंने कहा, 'ऐसे सांप्रदायिक सवाल मत पूछो।' बंगाल सचिवालय में हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का लिंक ममता बनर्जी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया है, लेकिन दिल्ली मस्जिद के कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से संबंधित सवाल-जवाब को एडिट कर दिया गया है।
बीजेपी ने साधा ममता बनर्जी पर निशाना
इसको लेकर राज्य में सियासत गरमाने लगी है और बीजेपी ने ममता बनर्जी पर मुस्लिमों के तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। हालांकि, पिछले हफ्ते ममता बनर्जी ने इससे जुड़ी कुछ जानकारी साझा की थी। उन्होंने कहा था कि केंद्र ने राज्य को सूचित किया था कि पश्चिम बंगाल के 71 लोग जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में थे। उन्होंने कहा था कि उनमें से 54 को ट्रैक कर लिया गया है।
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के 99 मामले
ममता बनर्जी ने बताया था कि इनमें से 40 विदेशी हैं जो मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड और म्यांमार के हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि अन्य लोगों के बारे में भी जल्द ही जानकारी जुटा ली जाएगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के 99 मामले सामने आए हैं और यहां इस वायरस के संक्रमण के कारण 5 लोगों की मौत भी हुई है जबकि 13 लोग इसके संक्रमण से उबर चुके हैं। वहीं, पूरे देश की बात करें तो संक्रमित मरीजों की संख्या 5000 से अधिक हो गई है जबकि इस वायरस के संक्रमण के कारण 149 लोगों की मौत हुई है।