भाजपा कैसे राज्यपाल, सुप्रीम कोर्ट और जनता के सामने करती रही बहुमत का झूठा दावा?
बेंगलुरूः कर्नाटक विधानसभा में बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया, क्योंकि भाजपा के पास बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं था। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद येदुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। मुख्यमंत्री बनने से बाद और इस्तीफा देने से पहले भाजपा के कई नेताओं ने बहुमत होने का दावा किया था। लेकिन भाजपा का ये दावा झूठा साबित हुआ। भाजपा के इन नेताओं ने बहुमत होने का दावा किया था।
येदुरप्पा ने किया था झूठा दावा
मुख्यमंत्री बनने के बाद येदुरप्पा ने दावा करते हुए कहा था कि उनके पास पूर्ण बहुमत है। येदुरप्पा ने कहा था, 'वो हमारे साथ हैं। अगर कांग्रेस और जेडीएस के विधायक हमारे साथ नहीं होंगे तो हम बहुमत सिद्ध कैसे करेंगे? हम फ्लोर टेस्ट में 101 फीसदी जीत हासिल करेंगे। लेकिन येदुरप्पा का ये दावा झूठा साबित हुआ।
भारतीय जनता पार्टी नेता प्रकाश जावडेकर ने भी किया था बहुमत का दावा
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता प्रकाश जावडेकर ने भी भाजपा की जीत का दावा किया था। प्रकाश जावडेकर ने कहा था कि, 'भाजपा तैयार है और आत्मविश्वास के साथ फ्लोर टेस्ट में कामयाब होगी। हम फ्लोर टेस्ट में पास होंगे।'
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वरिष्ठ नेता अनंत कुमार ने भी किया था दावा
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार ने भी दावा किया था कि भाजपा फ्लोर टेस्ट में पास होगी।
संबित पात्रा ने किया था दावा
भारतीय जनता पार्टी नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी दावा किया था कि येदुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाने जा रही है। लेकिन संबित पात्रा का ये दावा झूठा साबित हुआ।
अमित शाह ने भी किया था दावा
भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक में चुनावी नतीजों के बाद बेंगलुरू पहुंचे थे और दावा किया था कि भाजपा राज्य में सरकार बनाने जा रही है। लेकिन येदुरप्पा के इस्तीफे के बाद अमित शाह कहीं नजर नहीं आए।
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