10 महीने तक बिजली ऑफिस में जाकर अपने घर के मसाले पीसता रहा शख्स, वजह सामने आई तो छूटी सबकी हंसी
बेंगलुरु, 04 जून: कर्नाटक में एक शख्स हर दिन अपने कुछ जरूरी कामों को पूरा करने के लिए पास स्थित बिजली कार्यालय जाता है। यह सुनकर आपको शायद अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है। शिवमोग्गा जिले के मंगोटे गांव का एक किसान हर दिन अपने घर का मसाला पीसने और फोन चार्ज करने के लिए नजदीकी बिजली कार्यालय जाता था। रोज बिजलीघर आने पर बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी कोई आपत्ति नहीं है।
बिजली ठीक करने नहीं आए कर्मचारी तो किसान ने उठाया ये कदम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगोटे गांव का रहने वाला एम हनुमंथप्पा अपने घर के पास स्थित मैंगलोर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (मेस्कॉम) के कार्यालय जाता है और रसोई में इस्तेमाल होने वाले मसालों को पीसने के लिए वहां की बिजली का इस्तेमाल करता है। यही नहीं हनुमंथप्पा बिजली कार्यालय में ही अपने फोन को भी चार्ज करता है। वह लगभग 10 महीने से ऐसा कर रहा है।
घर में आती थी सिर्फ 3 घंटे बिजली
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, हनुमंथप्पा के परिवार को दिन में 3-4 घंटे बिजली मिलती है। वे बाकी दिन अंधेरे में रहते हैं। जबकि पड़ोसियों के घरों में बिजली पूरे दिन आती है। किसान ने मेस्कॉम और कई संबंधित अधिकारियों से अपने घर पर उचित बिजली की आपूर्ति के लिए संपर्क किया लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। यहां तक की उन्होंने स्थानीय विधायक से गुहार भी लगाई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।किसी भी जगह से मदद ना मिलने पर किसान ने एक अनोखा तरीका खोज निकाला।
अधिकारी ने किया मजाक तो किसान ने सबक सिखाने की ठानी
एक दिन, हनुमंथप्पाने मेस्कॉम के एक वरिष्ठ अधिकारी को फोन किया और उससे पूछा कि वह घर पर मसाला कैसे पीसेगा और खाना कैसे बनाएगा, वह फोन कैसे चार्ज करेगा। यह एक बुनियादी आवश्यकता है, मैं इनके लिए हर दिन अपने पड़ोसी के घर नहीं जा सकता हूं। अधिकारी ने चुटकी लेते हुए उससे कहा, "तो मेस्कॉम के कार्यालय में जाओ और अपने मसाले पीस लो। हनुमंथप्पा को पता था कि उसे क्या करना है। उनसे अधिकारी की बात को गंभीरता से लिया। किसान मसाला लेकर बिजली कार्यालय पहुंच गया और मसाला पीसने लगा।
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वायरल हुई खबर तो 10 कर्मचारियों को मिला नोटिस
मेस्कॉम के कनिष्ठ अभियंता विश्वनाथ ने कथित तौर पर कहा कि भारी बारिश के कारण आईपी सेट चार्ज नहीं किया जा सका। हनुमंथप्पा मल्लापुरा वितरण केंद्र से विद्युत लाइन खींचकर अस्थायी बिजली आपूर्ति प्राप्त कर सकते हैं। अधिकारी ने कहा कि उनके घर को एक महीने के भीतर बिजली कनेक्शन मिल जाएगा। हनुमंथप्पा के मेस्कॉम कार्यालय आने की घटना सामने आने के बाद उनके वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। किसान को निजी काम के लिए एक सरकारी कार्यालय का उपयोग करने की अनुमति देने के लिए लगभग 10 कनिष्ठ कर्मचारियों को नोटिस दिया गया है। जबकि मसाला पीसने के लिए कार्यलय आने वाले किसान को अब रोक दिया गया है। हालांकि हनुमंथप्पा के घर अभी तक बिजली नहीं पहुंची है।