जानिए कन्हैया कुमार का 'बेगूसराय प्लान', बीजेपी को हो सकती है बड़ी मुश्किल
खबर है कि कन्हैया कुमार 2019 में बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ सकते है। इस बात के संकेत सीपीआई के बिहार प्रदेश सचिव सत्यनारायण सिंह ने दिए हैं।
नई दिल्ली। बीजेपी और कांग्रेस गुजरात चुनाव से पहले वहां के तीन युवा नेताओं को मैनेज करने में जुटे हैं। अल्पेश ठाकोर को कांग्रेस ने अपने पाले में कर लिया है, जिग्नेष मेवाणी कांग्रेस से प्रभावित दिख रहे है र हार्दिक ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले है हालांकि देर सवेर उनकी भी कांग्रेस के साथ जुड़ने की खबर है। इसी बीच एक ऐसी खबर आई है जो पीएम मोदी और अमित शाह की टेंशन को बढ़ा सकती है। एक और युवा सामने आया है जो 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने की तैयारी अभी से कर रहा है। ये युवा कोई और नहीं बल्कि पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार हैं।
कन्हैया के बेगूसराय से चुनाव लड़ने की खबर
खबर है कि कन्हैया कुमार 2019 में बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ सकते है। इस बात के संकेत सीपीआई के बिहार प्रदेश सचिव सत्यनारायण सिंह ने दिए हैं। सत्यनारायण सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि कन्हैया कुमार आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय सीट से सीपीआई के उम्मीदवार होंगे। यह पूछे जाने पर क्या कन्हैया इसके लिए राजी और उनसे इस संबंध में बात हुई है, सिंह ने हामी भरते हुए कहा कि वे इसके लिए तैयार हैं। सत्यनारायण ने बताया कि कन्हैया हाल ही में बेगूसराय आए हुए थें और उन्होंने वहां के कई इलाकों का दौरा भी किया था
बेगूसराय में हो सकती है काटे की टक्कर
कन्हैया कुमार बेगूसराय जिले के बरौनी प्रखंड के बीहट पंचायत के निवासी हैं। इसी वजह से उनको बेगूसराय से चुनाव लड़ाने की प्लानिंग चल रही है। हालांकि सीपीआई कन्हैया को केरल से चुनाव मैदान में उतारने की बात कर रही है। बिहार की बेगूसराय सीट वामपंथियों का गढ़ रही है। हालांकि पिछले दो चुनावों में यहां भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है, लेकिन जीत का अंतर बेहद कम रहा है। कन्हैया के यहां से चुनाव लड़ने पर मुकाबला टक्कर का हो जाएगा। भाजपा नेताओं का भी मानना है कि कन्हैया के बेगूसराय से चुनाव लड़ने पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव उन्हें समर्थन दे सकते हैं ।
ये है बेगूसराय का चुनावी गणित
बिहार के बेगूसराय से अभी डॉक्टर भोला सिंह सांसद हैं। जो कई बार अपनी ही पार्टी के खिलाफ भी बोल चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भोला सिंह को 428227 वोट मिले थे जबकि दो नंबर पर रहे लालू यादव की पार्टी आरजेडी के उम्मीदवार तनवीर हसन को 369892 वोट मिले थे वहीं तीन नंबर पर रहे सीपीआई के उम्मीदवार राजेंद्र सिंह को 192639 वोट मिले थे। ऐसे में 2014 लोकसभा चुनाव को ही आधार माना जाए तो आरजेडी और सीपीआई को वोट मिलकर बीजेपी के वोट से ज्यादा हो जा रहे हैं। ऐसे में ये तय है कि अगर बेगुसराय से कन्हैया कुमार लोकसभा चुनाव 2019 में सीपीआई के उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी की मुश्किल बढ़ेगी। ना सिर्फ बेगूसराय बल्कि पूरे् देश में कन्हैया कुमार बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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