छत्तीसगढ़: बीजापुर के जंगलों में चल रहे नक्सलियों के कैंप को जवानों ने किया तबाह
रायपुर। बीजापूर के 2 अलग अलग थानाक्षेत्रों में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद जवानों ने माओवादियों के ट्रेनिंग कैम्प को भी ध्वस्त किया। हालांकि इस मुठभेड़ में किसी माओवादी के मारे जाने की खबर नही है। जिले के गंगालूर और मिरतुर थानाक्षेत्र के पेद्दापाल और बेचापाल के जंगलों में देर शाम पुलिस और माओवादियों के बीच करीब आधे घंटे तक मुठभेड़ हुई। गंगालुर थाना क्षेत्र के तेद्दापाल के पहाड़ी जंगल में नक्सली ट्रेनिंग कैम्प चला रहे थे। सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों के ट्रेनिंग कैम्प को ध्वस्त कर दिया है। हालांकि मौके से नक्सली फरार होने में सफल हो गए।
वहीं मिरतुर थाना क्षेत्र के बेच्चापाल के जंगलों में भी नक्सली कैम्प को सुरक्षा बल के जवानों ने ध्वस्त किया। बीजापुर एसपी मोहित गर्ग ने घटना की पुष्टि की है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के गंगालुर डिविजनल कमांडर विज्जा की मौजूदगी में तेद्दापाल के पहाड़ी के जंगलों में ट्रेनिंग कैम्प का संचालन किया जा रहा था। सूचना पर जिला पुलिस व एसटीएफ के करीब दो सौ जवान वहां के लिए निकले।
नक्सलियों के कैम्प स्थल से करीब 3 किलोमीटर दूर से ही नक्सलियों को जवानों के पहुंचने की आहट हुई और उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई। इस मुठभेड़ में जवानों की ओर से 32 राउंड फायरिंग की गई है। जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली फरार हो गए, लेकिन जवानों ने उनके ट्रेनिंग कैम्प को ध्वस्त कर दिया। मुठभेड़ के स्थान पर खूने के धब्बे सुरक्षा बल के जवानों को दिखे.।इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ नक्सली बुरी तरह जख्मी भी हुए हैं। इस क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवानों ने सर्चिंग तेज कर दी है।