संत या हैवान: अपने आश्रम में नरबलि दे चुका है रामपाल, मिला था क्षत-विक्षत शव
हिसार। कानून को सरेआम चुनौती देने वाले हत्या के आरोपी स्वयंभू संत रामपाल पर एक और सनसनीखेज आरोप लगा है। आरोप ये है कि रामपाल ने जोधपुर के कापरड़ा के जगदीशराम खारवाल का अपहरण कर नरबलि दी थी। मामला जून 2013 का है। इस मामले में पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया था। मृतक के बेटे महेंद्र खारवाल की गुहार पर बिलाड़ा कोर्ट ने खात्मा को नामंजूर करते हुए जोधपुर डीएसपी को मामले की फिर से जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
इसके लिए उन्हें दो महीने का समय दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक महेंद्र खारवाल ने रिपोर्ट में गांव के महेश मेवाड़ा, उसकी मां जशोदा व सोनकी पर अपने पिता जगदीशराम का अपहरण कर सतलोक आश्रम ले जाने का आरोप लगाया। साथ ही संत रामपाल के साथ मिलकर संतान प्राप्ति के लिए नरबलि के उद्देश्य से पिता जगदीश की हत्या करने का आरोप लगाया था।
रिपोर्ट के अनुसार महेंद्र 10 जून 2013 को बरवाला पुलिस के साथ सतलोक आश्रम पहुंचा तो वहां एक कोठरी में उसके पिता जगदीशराम का क्षत-विक्षत शव मिला। उनके एक पैर की अंगुली कटी थी और पैर को दागा हुआ था। साथ ही कनपटी, सीने, दोनों हाथ, कंधे और गर्दन पर धारदार हथियारों से कई वार के निशान पाए गए थे।